फर्रुखाबाद : जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्रा की मौत पर कोहराम मच गया. परिजनों ने विद्यालय प्रबंधन पर बीमार छात्र का बेहतर ढंग से इलाज न कराने का आरोप लगाते हुए इटावा-बरेली हाईवे पर छात्रा का शव रखकर जाम लगा दिया. पुलिस ने उन्हें समझाकर जाम खुलवाया.
थाना अमृतपुर के ग्राम रतनपुर पमारान निवासी उमेश की पुत्री आयशा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कक्षा छह की छात्रा थी. बताया जाता है कि आयशा बीते कई दिनों से स्कूल के आवास में बीमार चल रही थी. उसकी बुधवार को मौत हो जाने पर परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों ने विद्यालय प्रबंधन पर बीमार छात्र का सही से इलाज न कराने का आरोप लगाया. परिजनों ने इटावा-बरेली हाईवे पर छात्रा का शव रखकर जाम लगा दिया. पुलिस ने उन्हें समझाकर जाम हटवाया.
सीओ प्रदीप सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है कि छात्रा को तीन-चार दिन से बुखार आ रहा था. जो लोकल परिजन थे, वे यहां आए उसको अस्पताल में दिखाया. वहां से उसे हायर सेंटर के लिए भेजा गया. रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई. शव को कब्जे में ले लिया गया है. परिजनों की तहरीर के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
आवासीय विद्यालय में छात्रा की चचेरी बहन भी पढ़ती है. उसने परिजनों को बताया कि कई बार घर बात कराने के लिए कहा गया लेकिन उनकी नहीं सुनी गई. पुलिस के सामने भी परिजनों ने यही आरोप लगाया. कहा कि अगर पहले ही स्कूल से सूचना मिल जाती तो वे छात्रा को घर ले आते.
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