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फर्रुखाबाद: शस्त्र पूजन कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया दशहरा

फर्रुखाबाद जिले में विजयादशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इकाई की ओर से शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें लोगों ने भगवान राम और महाराणा प्रताप की पूजा कर दीप प्रज्ज्वलित किया.

शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन.
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Published : Oct 8, 2019, 8:03 PM IST

फर्रुखाबाद: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इकाई की ओर से विजयादशमी के पावन पर्व पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान हवन पूजन कर शस्त्रों की पूजा की गई. पूजा करने के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और महाराणा प्रताप की फोटो के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों का स्वागत किया गया.

शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन.
कार्यक्रम संचालक दिलीप कुमार ने कहा-यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत का है. इस पर्व पर सभी लोगों को मोती और धागे के साथ की तरह माला के रूप में एक होकर रहना चाहिए. सभी में 'मैं' की भावना को भूलकर 'हम' की भावना होनी चाहिए. आज के युग में ज्ञान और शक्ति का संतुलन भी आवश्यक है. इसलिए अपने घरों में मौजूद शस्त्र रखने से मनुष्य में एक अलग अनुभव शक्ति को एहसास होता है. इसलिए शस्त्र पूजन किया जाता है.

हमारे देश में रहने वाले विभिन्न जाति-धर्म के लोग एक ही हैं. हमारे पूर्वजों, गुरुओं और संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सभी को एक धारा में लेकर चलने की कोशिश की है. काफी लोगों ने संघ को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन आज भी संघ अपनी नीतियों के आधार पर खड़ा है.
- रमेश चंद्र, संघ पदाधिकारी

फर्रुखाबाद: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इकाई की ओर से विजयादशमी के पावन पर्व पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान हवन पूजन कर शस्त्रों की पूजा की गई. पूजा करने के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और महाराणा प्रताप की फोटो के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों का स्वागत किया गया.

शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन.
कार्यक्रम संचालक दिलीप कुमार ने कहा-यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत का है. इस पर्व पर सभी लोगों को मोती और धागे के साथ की तरह माला के रूप में एक होकर रहना चाहिए. सभी में 'मैं' की भावना को भूलकर 'हम' की भावना होनी चाहिए. आज के युग में ज्ञान और शक्ति का संतुलन भी आवश्यक है. इसलिए अपने घरों में मौजूद शस्त्र रखने से मनुष्य में एक अलग अनुभव शक्ति को एहसास होता है. इसलिए शस्त्र पूजन किया जाता है.

हमारे देश में रहने वाले विभिन्न जाति-धर्म के लोग एक ही हैं. हमारे पूर्वजों, गुरुओं और संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सभी को एक धारा में लेकर चलने की कोशिश की है. काफी लोगों ने संघ को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन आज भी संघ अपनी नीतियों के आधार पर खड़ा है.
- रमेश चंद्र, संघ पदाधिकारी

Intro:
एंकर- यूपी के फर्रुखाबाद में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ईकाई की ओर से विजयदशमी के पावन पर्व पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान हवन पूजन कर शस्त्रों का पूजन किया गया. पूजन के बाद अतिथियों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और महाराणा प्रताप के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों का स्वागत किया गया. इस पर्व पर सभी लोगों को मोती और धागे के साथ की तरह माला के रूप में एक होकर रहने की सीख दी गई.
Body:वीओ- मनुष्य और धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र और शास्त्र दोनों की आवश्यकता होती है. हमारी सत्य सनातन परंपरा ही ‘परित्राणाय च साधुनाम, विनाशाय च दुष्कृताम’ का उद्घोष करती है. अधर्म तभी बलशाली होगा जब शस्त्र और शास्त्र दोनों कमजोर पड़ेंगे. इसलिए इनकी नित्य साधना आवश्यक है. भगवान राम ने अधर्म के प्रतीक रावण के विनाश के लिए शक्ति की उपासना की थी.इसके फलस्वरूप हमें विजयदशमी पर्व मनाने का अवसर प्राप्त हुआ है. यह बात नगर में जगह-जगह हुए शस्त्र पूजन के दौरान कही गयी.नगर के मसेनी चैराहे के निकट संघ का शास्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम संचालन दिलीप कुमार ने कहा कि यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत का है. इस पर्व पर सभी लोगों को मोती और धागे के साथ की तरह माला के रूप में एक होकर रहना चाहिए. सभी को मैं की भावना को भूलकर, हम की भावना होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज के युग में ज्ञान और शक्ति का संतुलन भी आवश्यक है. इसलिए अपने घरों मे मौजूद शस्त्र रखने से मनुष्य में एक अलग अनुभव शक्ति को एहसास होता है. Conclusion:इसलिए शस्त्र पूजन किया जाता है. संघ पदाधिकारी रमेश चंद्र ने कहा कि हमरे देश में रहने वाले विभिन्न जाति-धर्म के लोग एक ही हैं। हमारे पूर्वजों, गुरूओं व संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सभी को एक धारा में लेकर चलने की कोशिश की है। काफी लोगों ने संघ को तोड़ने की कोशिश की पर आज भी संघ अपनी नीतियों के आधार पर खड़ा है.

बाइट- रमेश चंद्र त्रिपाठी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य
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