फर्रुखाबाद: जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते विचित्र बुखार (viral fever) अब लाइलाज हो गया है. स्वास्थ्य विभाग मौत और बीमारों के आंकड़े छुपाने में लगा है. जिले में ऐसा कोई ब्लॉक नहीं जहा कोई बीमार नहीं हो. सबसे ज्यादा कमालगंज ब्लाक के कई गांवों में विचित्र बुखार का कहर न हो. गांव के हर घर में बीमारी ने अपना घर बना लिया है. आए दिन किसी न किसी की मौत हो रही है. स्वास्थ्य विभाग एक दो दर्जन बताकर अपना पल्ला झाड़ रहा है. विचित्र बुखार की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग नाकाम हो रहा. कमालगंज ब्लाक दर्जनों गांव में बुखार का कहर है. कमालगंज ब्लाक महरूपुर रावी गांव में 15 दिन में करीब 13 मौतें हुई हैं.
फर्रुखाबाद के ही कमालगंज के महरूपुर रावी गांव की आबादी 2 हजार से अधिक है. इस गांव में सफाई व्यवस्था चौपट है.गांव की हर गली-नुक्कड़ पर कूड़े के ढेर लगे हैं. गलियों में नालियां गंदे पानी से बजबजा रही हैं. भिम्मी नगला, आजाद नगर भटपुरा, चमननगरिया, बसा नगला, जंजाली नगला, करीमनगर में कई लोग खांसी, जुकाम, बुखार से घिरे हुए हैं.
ग्रामीणों के मुताबिक, महरूपुर रावी गांव में दो से ढाई सौ लोग बुखार की चपेट में हैं. लोगों को बुखार उल्टी दस्त भी आ रहे हैं. विचित्र बुखार से गांव में 15 दिनों में 13 लोगों की मौत हो गई है. महरूपुर रावी झोलाछाप की मंडी बन गया है. यहां बुखार से पीड़ित मरीजों को भर्ती कर जमकर रुपये वसूले जा रहे हैं. यहां, लगातार हुई मौतों के कारण लोग भयभीत हैं. सरकारी विभाग की टीम न पहुंचने पर ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने को मजबूर हो रहे हैं, जिनके पास पैसे न होने पर वे अपने घरों का सामान मकान बेच रहे हैं और अपने परिवार का इलाज करा रहे हैं, लेकिन स्वास्थ विभाग के आंकड़ों में सब कुछ ठीक है. कहीं कोई बीमारी नहीं है.
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ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सीएचसी में दवा गोली देकर टरका दिया जाता है. यहां किसी प्रकार की जांच नहीं की जाती. वहीं, सीएमओ सतीश चंद्र ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार गांव में जाकर दवा वितरण कर रही हैं और जांच भी कर रही हैं. साफ सफाई के निर्देश भी दिए जा रहे हैं. लगातार हम भी गांव में जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.