इटावा : जिले में सिविल लाइन इलाके के पास बना रेलवे अंडरपास जनता के लिए मुसीबत बन गया है. बारिश के मौसम में अंडरपास में पानी भरने के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है. अंडरपास से होकर गुजरने वाले वाहन यहां फंस जाते हैं. प्रशासन और नगरपालिका का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है. अंडरपास में पानी भर जाने के कारण रविवार को एक एम्बुलेंस और एक रोडवेज फंस गई. जिसके कारण एम्बुलेंस में सवार गर्भवती महिला की मौत हो गई. बाद में जेसीबी से एम्बुलेंस और रोडवेज बस को बाहर निकाला गया. दोनों वाहनों का रेस्क्यू करने के लिए पुलिस को अंडरपास के दोनों तरफ बेरिकेडिंग लगाकर यातायात रोकना पड़ा.
मृतक महिला के पति अमित कुमार ने बताया कि उनकी गर्भवती पत्नी की हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल से सैफई मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया था. वह सरकारी एम्बुलेंस से अपनी पत्नी को सैफई लेकर जा रहे थे, लेकिन अंडरपास में पानी भरे होने के कारण एम्बुलेंस पानी मे फंसकर डूब गई. जिससे एम्बुलेंस में पानी भर गया और एक घण्टे तक वह पानी में फंसकर परेशान होते रहे. एक घंटे बाद जेसीबी मशीन से एम्बुलेंस को खींचकर बाहर निकाला गया. जब तक एम्बुलेंस को बाहर निकाला गया, तब तक उनकी पत्नी की हालत और नाजुक हो गयी. इसलिए गर्ववती पत्नी को पास के ही निजी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा, जहां उसकी मौत हो गई.
अंडरपास में फंसी रोडवेज में बैठे यात्री शुभम ने बताया कि वह रोडवेज बस से आगरा से इटावा जा रहा था. अंडरपास में पानी भरने से उसमें रोडवेज बस फंस गई और पानी बस के अंदर आ गया. काफी देर तक बस पानी में फंसी रही. बाद में जेसीबी मशीन से बस को खिंचवाकर बाहर निकाला गया. शुभम ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अपने कार्यकाल में मैनपुरी रेलवे फाटक को बंद करवाकर इस अंडरपास का निर्माण करवाया था. अंडरपास बनने के बाद रेलवे लाइन के नीचे से वाहन और यत्री गुजरते हैं.
बरसात के मौसम में हर वर्ष पानी भर जाने के कारण यह समस्या होती है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में जीतकर सांसद बने रामशंकर कठेरिया ने इस अंडरपास से जल निकासी की व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया था. अभी तक प्रशासन की तरफ से पुल से पानी निकलने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नही करवाई है. शुभम ने बताया कि2 साल पहले एक 8 वर्षीय मासूम की अंडरपास में भरे पानी में डूबकर मौत हो गई थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने जल निकासी की समस्या प्रशासन के सामने रखी थी, तब भी जिम्मेंदारों ने इस समस्या को खत्म करने की बात कही थी.