ETV Bharat / state

जब विद्यालय में होगी शिक्षकों की कमी तो क्या होगा देश का भविष्य - etawah primary school latest news

इटावा जिले में केंद्र सरकार के लाख प्रयास के बावजूद शिक्षकों की भारी कमी देखी जा रही है. शहर के थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बलराम सिंह चौराहा प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को अकेले प्रधानाध्यापिका शिक्षा दे रही हैं. जिससे बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है.

बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
author img

By

Published : Jul 25, 2020, 12:52 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: एक तरफ जहां केंद्र सरकार व राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए करोड़ों रुपये की योजनाएं चला रही है. तो वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में बच्चे शिक्षकों के मार्गदर्शन की कमी से जूझ रहे हैं. इटावा जनपद में शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी बेसिक शिक्षा विभाग में है. कई बार शासन को पत्र लिखने के बाद भी यहां पिछले 2 साल से खंड शिक्षा अधिकारी तक की नियुक्ति नहीं हो पाई है.

बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
4 साल अकेली पढ़ा रही 1 से लेकर क्लास 5 तक के बच्चेशहर के थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बलराम सिंह चौराहा प्राथमिक विद्यालय में क्लास 1 से लेकर 5 तक के बच्चे शिक्षा लेने आते हैं लेकिन शिक्षक की कमी से न सिर्फ बच्चों बल्कि खुद शिक्षक के लिए परेशानी होती है. इसी की लेकर जब हमने स्कूल की प्रधानाध्यापिका से बात की तो उनका कहना है कि पिछले 4 साल से अकेली ही 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को पढ़ा रही हैं. जिस वजह से बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है इसकी के साथ उन्होंने बताया कि इसके लिए विभाग से कई बार कहा जा चुका है लेकिन अभी तक भर्ती नहीं हो पाई है.तीन ब्लॉक को संभाल रहे एक अधिकारीबेसिक शिक्षा अधिकारी अजय सिंह का कहना है कि जनपद में विभाग ने 10 पद खंड शिक्षा अधिकारी के स्वीकृत किये हैं जिसमें अभी फिलहाल 3 की अधिकारी मौजूद है. जिस वजह से एक व्यक्ति को तीन ब्लॉक का काम देखना पड़ रहा है. जिससे कहीं न कही काम भी प्रभावित हो रहा है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर विभाग को कई बार लिख चुके हैं लेकिन अभी तक रिक्त पद पर नियुक्ति नहीं हुई है. हालांकि विभाग दो बार दो पद पर नियुक्ति कर चुका है लेकिन किसी ने जॉइनिंग नहीं ली.हाई कोर्ट की रोक की वजह से रुकी है नियुक्तिबेसिक शिक्षा अधिकारी का शिक्षकों की कमी को लेकर कहना है कि जनपद में 2019 के आंकड़ों के अनुसार 5,026 पद स्वीकृत हैं. जिसमें 4,557 पद पर शिक्षक कार्यरत हैं. बाकी 469 पद खाली हैं. जिनकी नियुक्ति होनी थी लेकिन उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गयी, जिस वजह से नियुक्ति रुकी हुई है. जल्द रोक हटते ही नियुक्ति की जाएगी.बता दें कि जनपद में 2019 के आंकड़े के अनुसार 1,897 स्कूल जिसमें प्राथमिक, बेसिक और पूर्व प्राथमिक स्कूल शामिल हैं. जिसमें करीब 1,12,576 बच्चे शिक्षा ले रहे हैं. नियमानुसार 35 बच्चों में एक टीचर की नियुक्ति अनिवार्य है. इसी के साथ जनपद में शासन द्वारा 10 खंड शिक्षा अधिकारी के पद स्वीकृत किए गए हैं जिसमें अभी 3 ही अधिकारी नियुक्त हैं.स्वीकृत पद और मौजूद शिक्षक की स्थितिस्वीकृत पद शिक्षक- 5026मौजूद शिक्षक- 4557रिक्त पद- 469खंड शिक्षा अधिकारी के पद की स्थितिखंड शिक्षा अधिकारी के स्वीकृत पद-10मौजूद अधिकारी-3रिक्त-7

इटावा: एक तरफ जहां केंद्र सरकार व राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए करोड़ों रुपये की योजनाएं चला रही है. तो वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में बच्चे शिक्षकों के मार्गदर्शन की कमी से जूझ रहे हैं. इटावा जनपद में शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी बेसिक शिक्षा विभाग में है. कई बार शासन को पत्र लिखने के बाद भी यहां पिछले 2 साल से खंड शिक्षा अधिकारी तक की नियुक्ति नहीं हो पाई है.

बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
4 साल अकेली पढ़ा रही 1 से लेकर क्लास 5 तक के बच्चेशहर के थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बलराम सिंह चौराहा प्राथमिक विद्यालय में क्लास 1 से लेकर 5 तक के बच्चे शिक्षा लेने आते हैं लेकिन शिक्षक की कमी से न सिर्फ बच्चों बल्कि खुद शिक्षक के लिए परेशानी होती है. इसी की लेकर जब हमने स्कूल की प्रधानाध्यापिका से बात की तो उनका कहना है कि पिछले 4 साल से अकेली ही 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को पढ़ा रही हैं. जिस वजह से बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है इसकी के साथ उन्होंने बताया कि इसके लिए विभाग से कई बार कहा जा चुका है लेकिन अभी तक भर्ती नहीं हो पाई है.तीन ब्लॉक को संभाल रहे एक अधिकारीबेसिक शिक्षा अधिकारी अजय सिंह का कहना है कि जनपद में विभाग ने 10 पद खंड शिक्षा अधिकारी के स्वीकृत किये हैं जिसमें अभी फिलहाल 3 की अधिकारी मौजूद है. जिस वजह से एक व्यक्ति को तीन ब्लॉक का काम देखना पड़ रहा है. जिससे कहीं न कही काम भी प्रभावित हो रहा है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर विभाग को कई बार लिख चुके हैं लेकिन अभी तक रिक्त पद पर नियुक्ति नहीं हुई है. हालांकि विभाग दो बार दो पद पर नियुक्ति कर चुका है लेकिन किसी ने जॉइनिंग नहीं ली.हाई कोर्ट की रोक की वजह से रुकी है नियुक्तिबेसिक शिक्षा अधिकारी का शिक्षकों की कमी को लेकर कहना है कि जनपद में 2019 के आंकड़ों के अनुसार 5,026 पद स्वीकृत हैं. जिसमें 4,557 पद पर शिक्षक कार्यरत हैं. बाकी 469 पद खाली हैं. जिनकी नियुक्ति होनी थी लेकिन उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गयी, जिस वजह से नियुक्ति रुकी हुई है. जल्द रोक हटते ही नियुक्ति की जाएगी.बता दें कि जनपद में 2019 के आंकड़े के अनुसार 1,897 स्कूल जिसमें प्राथमिक, बेसिक और पूर्व प्राथमिक स्कूल शामिल हैं. जिसमें करीब 1,12,576 बच्चे शिक्षा ले रहे हैं. नियमानुसार 35 बच्चों में एक टीचर की नियुक्ति अनिवार्य है. इसी के साथ जनपद में शासन द्वारा 10 खंड शिक्षा अधिकारी के पद स्वीकृत किए गए हैं जिसमें अभी 3 ही अधिकारी नियुक्त हैं.स्वीकृत पद और मौजूद शिक्षक की स्थितिस्वीकृत पद शिक्षक- 5026मौजूद शिक्षक- 4557रिक्त पद- 469खंड शिक्षा अधिकारी के पद की स्थितिखंड शिक्षा अधिकारी के स्वीकृत पद-10मौजूद अधिकारी-3रिक्त-7
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.