इटावा: एक तरफ जहां केंद्र सरकार व राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए करोड़ों रुपये की योजनाएं चला रही है. तो वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में बच्चे शिक्षकों के मार्गदर्शन की कमी से जूझ रहे हैं. इटावा जनपद में शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी बेसिक शिक्षा विभाग में है. कई बार शासन को पत्र लिखने के बाद भी यहां पिछले 2 साल से खंड शिक्षा अधिकारी तक की नियुक्ति नहीं हो पाई है.
जब विद्यालय में होगी शिक्षकों की कमी तो क्या होगा देश का भविष्य - etawah primary school latest news
इटावा जिले में केंद्र सरकार के लाख प्रयास के बावजूद शिक्षकों की भारी कमी देखी जा रही है. शहर के थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बलराम सिंह चौराहा प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को अकेले प्रधानाध्यापिका शिक्षा दे रही हैं. जिससे बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है.
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बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
इटावा: एक तरफ जहां केंद्र सरकार व राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए करोड़ों रुपये की योजनाएं चला रही है. तो वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में बच्चे शिक्षकों के मार्गदर्शन की कमी से जूझ रहे हैं. इटावा जनपद में शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी बेसिक शिक्षा विभाग में है. कई बार शासन को पत्र लिखने के बाद भी यहां पिछले 2 साल से खंड शिक्षा अधिकारी तक की नियुक्ति नहीं हो पाई है.
बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
बेसिक शिक्षा विभाग में दूर नहीं हो रही शिक्षक की कमी
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST