इटावाः राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण जिले में चबंल नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. चंबल नदी खतरे के निशान से 127 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इससे इटावा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. वहीं किसानों की हजारों एकड़ भूमि जल मग्न हो गयी है.
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चंबल ने अपना रौद्र रूप धारण किया
- चबंल नदी के किनारे बसे सात गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं.
- इन गांवों में राहत समाग्री पहुंचाने के लिए प्रशासन ने नावों की व्यवस्था की है.
- बढ़ते जल स्तर को देखकर जिला प्रशासन दो दिन पूर्व से ही अलर्ट में आ गया था.
- मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि प्रभावित इलाकों में खाद्य समाग्री पहुंचाई जा रही है.
- साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों में कैंप कर रही हैं.