इटावा: जिला महिला अस्पताल में जहां एक तरफ लोगों को डॉक्टरों की लेटलतीफी की वजह से ओपीडी में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं अल्ट्रासाउंड कराने के लिए यहां लोग दो-तीन दिन से लगातार आ रहे हैं फिर भी उनका अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहा है. लोगों का आरोप है कि जो जांच सुबह 9 बजे शुरू होनी है वह 10 बजे तक भी शुरू नहीं होती है. जनपद में दूर-दूराज के गांवों से लोग सुबह आ जाते हैं, फिर भी उनकी जांच का नंबर नहीं आ रहा है. सीएमएस अशोक कुमार ने कहा कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है.
सरकार एक तरफ लगातार स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रही है और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर जोर दे रही है. वहीं इटावा जनपद के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई हैं. यहां पर जिला महिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रहीं गर्भवती महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में लोगों की नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड जांच की जाती है. गर्भवती महिलाएं का अल्ट्रासाउंड अनिवार्य है, लेकिन कुछ खामियों की वजह से सुबह 9 बजे शुरू होने वाली जांच 10 बजे तक भी शुरू नहीं हो पा रही है. इस वजह से यहां पर लोगों की लंबी लाइन लग जाती है और कई बार मरीज को वापस लौटना पड़ रहा है.
दो दिन बाद भी नहीं हुई जांच
एक व्यक्ति ने बताया कि वह लगातार दो दिन से अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल आ रहा है. वह सुबह से लाइन में लग जाता है, लेकिन उसका नंबर नहीं आ रहा है. उसने कहा कि कुछ लोगों का बिना लाइन में लगे ही टेस्ट हो रहा है. दो दिन से व्यक्ति और उसकी पत्नी परेशान हैं.
नहीं आयी ऐसी कोई शिकायत
इस संबंध में जब महिला जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार से बात की गयी तो उन्होंने इसकी जानकारी न होने की बात कही. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक किसी ने शिकायत नहीं की है जैसे ही इसे लेकर कोई भी शिकायत आती है तो संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी.