इटावा: प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए मनरेगा योजना के तहत पूरे देश में काम चल रहा है. वहीं इटावा जिले में एक दूसरी तस्वीर देखने को मिल रही है. ग्राम पंचायत गुजराती में प्रधान रोजगार सेवक मनरेगा के कार्यों में जेसीबी का इस्तेमाल कर रहे थे. सीडीओ के आदेश पर दो जेसीबी जब्त करने के साथ ही चालक को गिरफ्तार किया गया.
सीडीओ के आदेश पर पकड़ा गया जेसीबी चालक
उत्तरप्रदेश के इटावा जनपद के ताखा विकास खंड के ग्राम पंचायत गुजराती में मनरेगा का कार्य जेसीबी से कराया जा रहा था. ग्रामीणों की सूचना पर इटावा के मुख्य विकास अधिकारी राजा गणपति आर ने दो जेसीबी को जब्त कर चालक को गिरफ्तार कराया. सीडीओ ने बताया कि ताखा के नगला गुजराती मजरा खरग में तीन बीघा जमीन पर तालाब की मनरेगा योजना से प्रवासी मजदूरों से खुदाई करवानी थी. लेकिन यह काम जेसीबी से कराया जा रहा था.
ग्रामीणों की सूचना पर मुख्य विकास अधिकारी ने एसडीएम ताखा को निर्देश दिया कि कार्य बंद कराकर जेसीबी को जब्त कर चालक को गिरफ्तार किया जाए. इसके साथ ही प्रधान और रोजगार सेवक की जांच कराई जाए. इसके बाद बाद ऊसराहार पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी जब्त कर चालक को गिरफ्तार किया है.
उपजिलाधिकारी ताखा नंद प्रकाश मौर्य ने बताया कि तालाब को जेसीबी से खोदने की सूचना मिली थी. मौके पर जेसीबी को पकड़कर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं. इस संबंध में खंड विकास अधिकारी ताखा पीएन यादव ने बताया कि इस तालाब को खोदने के लिए ब्लॉक मुख्यालय पर आई डी तक जनरेट नहीं की गई थी. मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
जेसीबी से काम करा छीन रहे मजदूरों का हक
वहीं दूसरा मामला ताखा की सरसईनाावर ग्राम पंचायत में भी सामने आया है. इस पंचायत के कछपुरा गांव में रहने बाले मजदूर नीलेश, लाखन सिंह, अवधेश, अरविंद, रवीकांत, दीपचंद, उमेश, अभिषेक सहित अनेक मजदूरों ने बताया कि उन्होंने सरसईनावर ग्राम पंचायत के पुराह में सफाई के अलावा नाली और सड़क पर 60 से भी अधिक मजदूरों के साथ लगभग 45 दिन काम किया है, लेकिन उनके खातों मे आज तक भुगतान नहीं भेजा गया.
मजदूरों ने बताया कि उन्हें जानबूझकर भुगतान के लिए परेशान किया जा रहा है. ताकि वह काम करना छोड़ दे और मजदूरों की आड़ में जेसीबी से काम करा दिया जाए. मजदूरों ने बताया कि वह जब भी पंचायत सेक्रेटरी से भुगतान मांगते हैं तो वह टाल देते हैं. इस वजह से उनका 45 दिन तक का भुगतान रुका हुआ है. भुगतान न मिलने पर मजदूरों ने काम पर जाना कम कर दिया है. इसी की आड़ मे 18 जून को पुराह की सफाई में 200 मीटर से भी अधिक खुदाई जेसीबी से करा दी गई और मजदूरो का हक छीन लिया गया.