इटावा: जिले में एक तरफ लॉकडाउन ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ बढ़ते पेट्रोल की कीमतों से लोग काफी परेशान हैं. जून में ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगभग 6 रुपये का उछाल देखने को मिला है. इससे आम जनता से लेकर व्यापारी तबका खासा परेशान हैं. इन सभी बातों को लेकर ईटीवी भारत ने आम लोगों से बातचीत की.
पेट्रोल-डीजल के दाम कम करे सरकार
पढ़ाई कर रहे प्रवीण कुमार ने बताया कि पहले तो लॉकडाउन की वजह से घर में कई सारी समस्याएं हो गई हैं. आर्थिक मंदी के चलते घर से पॉकेट मनी भी मिलना बंद हो गया है. रोजगार का कोई साधन नहीं है. इस तरह से डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. दाम बढ़ने से किराए में बढ़ोतरी होगी, जिससे अब कहीं बाहर जाने के पहले सोचना पड़ रहा है. सरकार को पेट्रोल-डीजल के दामों को कम करना चाहिए, जिससे गरीब जनता को राहत मिल सके.
आमदनी तो बढ़ी नहीं हो गई कटौती
टैक्सी ड्राइवर शिवम ने बताया कि लगातार पेट्रोल के दाम बढ़ने से उनकी जेब पर भारी असर पड़ा है. एक तरफ जहां लॉकडाउन ने गाड़ी के पहियों पर ब्रेक लगा दिया था वहीं बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दाम तो बढ़ गए, लेकिन किराया नहीं बढ़ा. आमदनी तो बढ़ी नहीं कटौती अलग से हो गई. सरकार को टैक्सी-रिक्शा चालकों के परिवार को ध्यान में रखकर फैसला लेना चाहिए.
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