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इटावा: विधायक सावित्री कठेरिया ने परिवार के साथ किया योग - विधायक सावित्री कठेरिया

6वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इटावा जिले में विधायक सावित्री कठेरिया ने परिवार के साथ योग किया. इस दौरान विधायक ने कहा कि तनाव मुक्त रहने के लिए योग जरूरी है, इसीलिए आस पास के लोगों को भी योग के लिए प्रेरित करें.

विधायक ने घर पर किया योगा
विधायक ने घर पर किया योगा
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Published : Jun 21, 2020, 12:21 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 पर भरथना विधानसभा से विधायक सावित्री कठेरिया ने अपने परिवार के साथ योग किया. इस अवसर पर विधायक ने सभी से अपील किया कि स्वयं भी योग करें व दूसरों को भी प्रेरित करें.

प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं
इटावा के भरथना विधानसभा से विधायक सावित्री कठेरिया ने अपने परिवार के साथ निजी आवास पर सुबह-सुबह योग किया. सावित्री कठेरिया ने कहा कि योग भारत की एक अनूठी और अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है, जो सकारात्मक प्रभावों से हमारे तन-मन चेतना और आत्मा को संतुलित करती है. योग तनाव, दैनिक समस्याओं और परेशानियों का मुकाबला करने के लिए हमें मजबूत बनाती है.

उन्होंने कहा कि शरीर और मन को स्वस्थ रखने का सबसे सही और प्रमाणित उपाय है कि स्वयं भी योग करें और दूसरों को भी प्रेरित करें. विधायक ने शहर वासियों से अपील किया कि अपने परिवार के साथ घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए योग करें. साथ ही तन मन के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करें.

विदेशों लोकप्रिय हुआ योग

योग की यह प्राचीन शैली भारत से होते हुए विदेशों तक जा पहुंचा और इसका श्रेय हमारे गुरुओं को जाता है. स्वामी विवेकानंद जिन्होंने 19वीं सदी के अंत में और 20वीं सदी की शुरुआत में पश्चिम के देशों में जाकर योग का प्रचार-प्रसार किया. सन् 1980 तक आते-आते पूरे विश्व में योग का प्रचार हो चुका था. योग पूरी दुनिया में शारीरिक व्यायाम की एक प्रणाली के तौर पर लोकप्रिय हो गया. हम आज योग के इस रूप को हठ योग कहते हैं.

योग साधना की बुनियादी बातें:

योग शरीर व मन की ऊर्जा के स्तर पर काम करता है. योग का नियमित अभ्यास शरीर में सकारात्मक बदलाव लाते हैं जिससे मजबूत मांसपेशियां, लचीलापन और अच्छा स्वास्थ्य शामिल है. इसलिए साधन योग का अभ्यास नियमित रूप से करते रहना चाहिए.

योग एक शरीर, मन, भावना और ऊर्जा के स्तर पर काम करता है.

चार श्रेणियां:

योग व्यक्ति के शरीर, मन, भावना और ऊर्जा के स्तर पर कार्य करता है. इसने चार व्यापक श्रेणियों को जन्म दिया है.

  • कर्म योग: जहां हम शरीर का उपयोग करते हैं.
  • ज्ञान योग: जहां हम मन का उपयोग करते हैं.
  • भक्ति योग: जहां हम भावना (संवेग) का उपयोग करते हैं.
  • क्रिया योग: जहां हम ऊर्जा का प्रयोग करते हैं.

बता दें कि, 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव के बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था.

इटावा: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 पर भरथना विधानसभा से विधायक सावित्री कठेरिया ने अपने परिवार के साथ योग किया. इस अवसर पर विधायक ने सभी से अपील किया कि स्वयं भी योग करें व दूसरों को भी प्रेरित करें.

प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं
इटावा के भरथना विधानसभा से विधायक सावित्री कठेरिया ने अपने परिवार के साथ निजी आवास पर सुबह-सुबह योग किया. सावित्री कठेरिया ने कहा कि योग भारत की एक अनूठी और अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है, जो सकारात्मक प्रभावों से हमारे तन-मन चेतना और आत्मा को संतुलित करती है. योग तनाव, दैनिक समस्याओं और परेशानियों का मुकाबला करने के लिए हमें मजबूत बनाती है.

उन्होंने कहा कि शरीर और मन को स्वस्थ रखने का सबसे सही और प्रमाणित उपाय है कि स्वयं भी योग करें और दूसरों को भी प्रेरित करें. विधायक ने शहर वासियों से अपील किया कि अपने परिवार के साथ घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए योग करें. साथ ही तन मन के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करें.

विदेशों लोकप्रिय हुआ योग

योग की यह प्राचीन शैली भारत से होते हुए विदेशों तक जा पहुंचा और इसका श्रेय हमारे गुरुओं को जाता है. स्वामी विवेकानंद जिन्होंने 19वीं सदी के अंत में और 20वीं सदी की शुरुआत में पश्चिम के देशों में जाकर योग का प्रचार-प्रसार किया. सन् 1980 तक आते-आते पूरे विश्व में योग का प्रचार हो चुका था. योग पूरी दुनिया में शारीरिक व्यायाम की एक प्रणाली के तौर पर लोकप्रिय हो गया. हम आज योग के इस रूप को हठ योग कहते हैं.

योग साधना की बुनियादी बातें:

योग शरीर व मन की ऊर्जा के स्तर पर काम करता है. योग का नियमित अभ्यास शरीर में सकारात्मक बदलाव लाते हैं जिससे मजबूत मांसपेशियां, लचीलापन और अच्छा स्वास्थ्य शामिल है. इसलिए साधन योग का अभ्यास नियमित रूप से करते रहना चाहिए.

योग एक शरीर, मन, भावना और ऊर्जा के स्तर पर काम करता है.

चार श्रेणियां:

योग व्यक्ति के शरीर, मन, भावना और ऊर्जा के स्तर पर कार्य करता है. इसने चार व्यापक श्रेणियों को जन्म दिया है.

  • कर्म योग: जहां हम शरीर का उपयोग करते हैं.
  • ज्ञान योग: जहां हम मन का उपयोग करते हैं.
  • भक्ति योग: जहां हम भावना (संवेग) का उपयोग करते हैं.
  • क्रिया योग: जहां हम ऊर्जा का प्रयोग करते हैं.

बता दें कि, 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव के बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था.

Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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