इटावा: जिला कलेक्ट्रेट में नकल बाबू के पद पर तैनात लिपिक पर रिश्वत लेने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए रेवेन्यू बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया. जिलाधिकारी की तरफ से आरोपी बाबू के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद अधिवक्ताओं ने अपना प्रदर्शन खत्म किया.
पहले भी लग चुके हैं आरोप
इटावा कलेक्ट्रेट में तैनात नकल बाबू तिलक मनोज श्रीवास्तव पर पहले भी कई बार रिश्वत लेने का आरोप लगता रहा है. बुधवार को रेवेन्यू बार एसोसिएशन के सैकड़ों अधिवक्ताओं ने उसके खिलाफ प्रर्दशन किया. अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी श्रुति सिंह के कार्यालय को घेराव किया और धरने पर बैठ गए. जिसके बाद जिलाधिकारी ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं को अपने कार्यालय में बुलाकर भ्रष्ट बाबू को दो दिन के अंदर हटाने का आश्वासन दिया.
जिलाधिकारी ने सभी अधिवक्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की. साथ ही जल्दी कार्रवाई की जाने की बात भी कही. आश्वासन मिलने के बाद रेवेन्यू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर दुबे ने कहा कि भ्रष्ट बाबू मनोज श्रीवास्तव को पूर्व एडीएम का सहयोग पूरी तरह से प्राप्त था. जिसकी वजह से वह धड़ल्ले से भ्रष्टाचार फैला रहा था. अगर जिला प्रशासन अधिवक्ताओं की बात नहीं मानेगा तो वे फिर धरने पर बैठेंगे.