इटावा: सरकार की नजर में इटावा ओडीएफ जिला जरूर घोषित हो चुका है, लेकिन इस जिले में शौचालय निर्माण के नाम पर ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने जमकर धांधली की है. नियमानुसार शौचालय निर्माण में पात्र व्यक्ति के खाते में शौचालय निर्माण की राशि सीधी भेजी जानी चाहिए, लेकिन यहां ग्राम प्रधान व सचिव पात्रों के खातों में सीधी राशि न भेजकर उन्हें शौचालय निर्माण की घटिया सामिग्री उपलब्ध करवा रहे हैं. इसके साथ ही वह सरकार की इस योजना में घपला कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.
जिले के बढ़पुरा ब्लॉक के लुहन्ना ग्राम पंचायत में तो ग्राम प्रधान ने पात्र ग्रामीण के घर पर उसकी ही जमा पूंजी से शौचालय बनवा दिया. इतना ही नहीं ग्राम प्रधान ने उस पात्र व्यक्ति को यह झांसा दिया कि उसके शौचालय निर्माण की राशि जब आएगी तब उसे दे दी जाएगी. ग्राम प्रधान के झांसे में आकर उस पात्र व्यक्ति ने अपने घर की छत पर शौचालय बनवा तो दिया लेकिन प्रधान जी उसके शौचालय निर्माण की सारी रकम खुद ही डकार गए.
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वहीं इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि शौचालय निर्माण में घपले की जो भी शिकायते मिल रहीं हैं, उसकी जांच वे खुद ही मौके पर जाकर कर रहे हैं और कार्रवाई भी कर रहे हैं. शासनादेशों के तहत शौचालय निर्माण में यमुना नदी की बालू का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन लुहन्ना गांव के प्रधान और सचिव ने शासनादेशों को ताक पर रख कर शौचालय निर्माण में यमुना के बालू का ही प्रयोग करवाया. घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने से शौचालय टूट भी रहे हैं.