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इटावा: शौचालय निर्माण के नाम पर घोटाला, पात्रों के खाते में नहीं दी जा रही राशि - पात्रों के खाते में नहीं दी जा रही राशि

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में शौचालय निर्माण में घोटाला का मामला सामने आया है. यहां ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से शौचालय निर्माण के लिए मिला सरकारी पैसा डकार लिया जा रहा है.

इटावा
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Published : Sep 8, 2019, 9:58 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: सरकार की नजर में इटावा ओडीएफ जिला जरूर घोषित हो चुका है, लेकिन इस जिले में शौचालय निर्माण के नाम पर ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने जमकर धांधली की है. नियमानुसार शौचालय निर्माण में पात्र व्यक्ति के खाते में शौचालय निर्माण की राशि सीधी भेजी जानी चाहिए, लेकिन यहां ग्राम प्रधान व सचिव पात्रों के खातों में सीधी राशि न भेजकर उन्हें शौचालय निर्माण की घटिया सामिग्री उपलब्ध करवा रहे हैं. इसके साथ ही वह सरकार की इस योजना में घपला कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.

शौचालय निर्माण के लिए पात्रों के खाते में नहीं मिल रही राशि.

जिले के बढ़पुरा ब्लॉक के लुहन्ना ग्राम पंचायत में तो ग्राम प्रधान ने पात्र ग्रामीण के घर पर उसकी ही जमा पूंजी से शौचालय बनवा दिया. इतना ही नहीं ग्राम प्रधान ने उस पात्र व्यक्ति को यह झांसा दिया कि उसके शौचालय निर्माण की राशि जब आएगी तब उसे दे दी जाएगी. ग्राम प्रधान के झांसे में आकर उस पात्र व्यक्ति ने अपने घर की छत पर शौचालय बनवा तो दिया लेकिन प्रधान जी उसके शौचालय निर्माण की सारी रकम खुद ही डकार गए.

इसे भी पढ़ें- अलीगढ़ में हेलमेट लगाकर एसएसपी ऑफिस पहुंचा कार सवार, हेलमेट न लगाने पर हुआ था चालान

वहीं इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि शौचालय निर्माण में घपले की जो भी शिकायते मिल रहीं हैं, उसकी जांच वे खुद ही मौके पर जाकर कर रहे हैं और कार्रवाई भी कर रहे हैं. शासनादेशों के तहत शौचालय निर्माण में यमुना नदी की बालू का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन लुहन्ना गांव के प्रधान और सचिव ने शासनादेशों को ताक पर रख कर शौचालय निर्माण में यमुना के बालू का ही प्रयोग करवाया. घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने से शौचालय टूट भी रहे हैं.

इटावा: सरकार की नजर में इटावा ओडीएफ जिला जरूर घोषित हो चुका है, लेकिन इस जिले में शौचालय निर्माण के नाम पर ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने जमकर धांधली की है. नियमानुसार शौचालय निर्माण में पात्र व्यक्ति के खाते में शौचालय निर्माण की राशि सीधी भेजी जानी चाहिए, लेकिन यहां ग्राम प्रधान व सचिव पात्रों के खातों में सीधी राशि न भेजकर उन्हें शौचालय निर्माण की घटिया सामिग्री उपलब्ध करवा रहे हैं. इसके साथ ही वह सरकार की इस योजना में घपला कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.

शौचालय निर्माण के लिए पात्रों के खाते में नहीं मिल रही राशि.

जिले के बढ़पुरा ब्लॉक के लुहन्ना ग्राम पंचायत में तो ग्राम प्रधान ने पात्र ग्रामीण के घर पर उसकी ही जमा पूंजी से शौचालय बनवा दिया. इतना ही नहीं ग्राम प्रधान ने उस पात्र व्यक्ति को यह झांसा दिया कि उसके शौचालय निर्माण की राशि जब आएगी तब उसे दे दी जाएगी. ग्राम प्रधान के झांसे में आकर उस पात्र व्यक्ति ने अपने घर की छत पर शौचालय बनवा तो दिया लेकिन प्रधान जी उसके शौचालय निर्माण की सारी रकम खुद ही डकार गए.

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वहीं इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि शौचालय निर्माण में घपले की जो भी शिकायते मिल रहीं हैं, उसकी जांच वे खुद ही मौके पर जाकर कर रहे हैं और कार्रवाई भी कर रहे हैं. शासनादेशों के तहत शौचालय निर्माण में यमुना नदी की बालू का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन लुहन्ना गांव के प्रधान और सचिव ने शासनादेशों को ताक पर रख कर शौचालय निर्माण में यमुना के बालू का ही प्रयोग करवाया. घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने से शौचालय टूट भी रहे हैं.

Intro:एंकर-सूबे की सरकार की नजर में इटावा ओडीएफ जिला जरूर घोषित हो चुका है,लेकिन इस जिले में सरकार के शौचालय निर्माण में जमकर धांधली ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी ने की है।सरकार के शौचालय निर्माण में नियमानुसार पात्र व्यक्ति के खाते में शौचालय निर्माण की राशि सीधी भेजी जानी चाहिए,लेकिन इस जिले में ग्राम प्रधान व सचिव पात्रों के खातों में सीधी राशि न भेजकर उन्हें शौचालय निर्माण की घटिया सामिग्री उपलब्ध करवा कर सरकार की इस योजना में लम्बा घपला कर रहे हैं।

वाइट-मित्रपाल सिंह(पीड़ित शौचालय का पात्र)


Body:वीओ(1)-इटावा के बढ़पुरा ब्लॉक के लुहन्ना ग्राम पंचायत का एक मामला तो ऐसा भी सामने आया है कि गाँव के प्रधान जी ने पात्र ग्रामीण से उसके घर पर उसकी ही जमा पूंजी से शौचालय बनवा दिया और उस पात्र व्यक्ति को यह झांसा दे दिया कि उसके शौचालय निर्माण की राशि जब आएगी तब उसे दे दी जाएगा।प्रधान जी के झांसे में आकर उस पात्र व्यक्ति ने अपने घर की छत पर शौचालय बनवा तो दिया लेकिन प्रधान जी उसके शौचालय निर्माण की सारी रकम खुद ही डकार गए हैं।

वाइट-सूरज पाल(पीड़ित)

वीओ(2)-इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि शौचालय निर्माण में घपले की जो भी शिकायते उन्हें मिल रहीं हैं, उसकी जांच वे खुद ही मौके पर जाकर कर रहे हैं और कार्रवाही भी कर रहे हैं।

वाइट-राजा गणपति आर(सीडीओ)


Conclusion:वीओ(3)-शासनादेशों के तहत शौचालय निर्माण में यमुना नदी की बालू का प्रयोग नही किया जाना चाहिए।लेकिन लुहन्ना गाँव मे प्रधान जी व सचिव शासनादेशों को ताक पर रख कर सरकार के शौचालय निर्माण में यमुना की बालू का ही प्रयोग करवा रहे हैं।इसीलिये शौचालय बनने के साथ ही टूट भी रहे हैं।
सन्दीप मिश्र,इटावा।8445980843।
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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