इटावा: जनपद में जिला अस्पताल में गुरुवार शाम को 55 वर्षीय कासिम खां को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया. इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया. इस मामले में डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने मरीज को काफी बचाने की कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
जिला अस्पताल में कार्यरत डॉ. पीयूष त्रिपाठी ने बताया कि परिजन मरीज को मृत ही लेकर आये थे. इसके बाद भी हमने उसे सीपीआर और इंजेक्शन दिया, लेकिन कोई मूवमेंट नहीं हुआ तो हमने उनके परिजनों को शव ले जाने को कह दिया.
डॉक्टर पीयूष ने कहा कि इलाज के दौरान ही मरीज के परिजन स्टाफ और डॉक्टर के साथ बदतमीजी करने लगे, गाली-गलौज करने लगे. फिर भी डॉक्टर अपना काम करते रहे. इलाज के बाद भी वे गाली-गलौज करते रहे. अस्पताल में लोगों के साथ धक्का-मुक्की भी की. मृतक के परिजनों को पीपीई किट पहनाकर शव को ले जाने के लिए कहा गया. डॉ. पीयूष त्रिपाठी ने बताया कि मरीज की हिस्ट्री कोरोना के लक्षण से मिल रही थी.