इटावा: लायन सफारी इटावा में शेरनी सोना ने 4 दिन में 5 शावकों के जन्म दिया था. इसमें से 3 शावकों की पहले मौत हो चुकी है. वहीं, चौथे शावक की गुरुवार को मौत हो गई. इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद राजनीति शुरू हो गई है. वहीं, सफारी के उपनिदेशक ने कहा कि शावकों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा.
लॉयन सफारी से मिली जानकारी के अनुसार, लॉयन सफारी इटावा में 6 जुलाई से 10 जुलाई के बीच शेरनी सोना ने 5 शावकों को जन्म दिया था. जिसमें 9 जुलाई को 2 शावकों की मौत हो गई. इसके बाद 10 जुलाई को भी एक शावक पैदा हुआ था. लेकिन डिस्टोकिया के कारण उसकी मौत हो गई. इस तरह से 3 शावकों की मौत हो गई थी. जबकि 6 जुलाई को जन्मा शावक अभी जिंदा बचा है. लेकिन उसकी भी हालत गंभीर है. उसे सफारी के नियो नेटल सेंटर में वन्यजीव डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर सरकार को घेरा था. जिसके बाद इस मामले में राजनीति शुरू हो गई थी. वहीं, गुरुवार को चौथे शावक की मौत के बाद हड़कंप मच गया.
बता दें कि इटावा लॉयन सफारी 350 एकड़ क्षेत्रों में फैली हुई है. जिसमें बब्बर शेर-शेरनी और उनके शावकों की कुल संख्या 18 है. इनके स्वास्थ्य की देखरेख के लिए यहां 2 डॉक्टर तैनात रहते हैं. यहां लॉयन सफारी की 8 साल पहले जो स्थिति थी, वही स्थिती आज भी है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 8 साल पहले 18 जुलाई 2015 को शेरनी हीर के 2 शावकों की मौत हुई थी.
ईटीवी से बात करते हुए लॉयन सफारी के उपनिदेशक जय प्रकाश सिंह ने बताया कि 9 जुलाई को पैदा हुए चौथे शावक की भी मौत हो गई है. लॉयन सफारी के पशु डॉक्टरों की टीम ने जांच में पाया कि पेट फूलने और सांस लेने में शावकों में दिक्कत थी. सभी मृत शावकों को शव पोस्टमॉर्टम के लिए IVRI बरेली भेजा जा रहा है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा.
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