इटावा : युवती के अपहरण मामले में जेल में बंद एक कैदी फरार हो गया. वह बिधूना का रहने वाला था. दो महीने पहले ही उसे जेल हुई थी. वह जेल की बगिया में काम करने गया था. काम खत्म होने के बाद बंदी रक्षक उसे चाबी देकर बगिया का ताला बंद करवा रहे थे. इस दौरान वह चकमा देकर भाग गया. जेल प्रशासन को कई घंटे बाद घटना की जानकारी हुई. पुलिस ने लापरवाही बरतने वाले पांच बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया है. कैदी की तलाश के लिए दो टीमें लगाई गईं हैं.
गिनती में बंदी कम मिलने पर खुला राज : एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि जगियापुर बिधूना औरैया का रहने वाला 23 वर्षीय अजय सिंह पुत्र दीवान सिंह 27 अक्टूबर 2023 को एक युवती के अपहरण के मामले में जेल आया था. एरवाकटरा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. शनिवार की सुबह बैरक से निकालकर अन्य कैदियों के साथ उसे जेल की बगिया में काम करने के लिए भेजा गया था. बगिया में 50 बंदी काम कर रहे थे. जेल के चार सिपाही सुरक्षा में लगे थे, इस बीच मौका अजय फरार हो गया. शाम को जब बंदी वापस बैरक में भेजे जाने लगे तो गिनती में एक कैदी कम मिला. इसके बाद अजय के फरार होने की जानकारी हो पाई.
दो टीमें कर रहीं आरोपी की तलाश : जेल अधीक्षक कुलदीप सिंह भदौरिया और एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने पुलिस बल के साथ छानबीन शुरू की. जेल अधीक्षक ने बताया कि जेलर सुशील वर्मा ने बंदी के फरार होने की सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. बंदी रक्षक कैदी से बगिया का ताला बंद करवा रहे थे, यह बड़ी लापरवाही हुई है. वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार फतेहगढ़ के आदेश पर बंदी रक्षक श्रीकांत अवस्थी, सचिन कुमार, संजू यादव, चिन्मय काका, केशव कुमार पर कार्रवाई की गई है. वहीं फरार कैदी की तलाश के लिए दो टीमों का गठन किया है. बता दें कि जेल से पांच साल पहले भी दो कैदी फरार हो गए थे. इनमें से एक की भागने के कुछ मिनट बाद ही ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी, जबकि दूसरे को चार दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया था.