इटावा: सैफ़ई थाना क्षेत्र में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने मां द्वारा मोबाइल चलाने से मना करने पर जान दे दी. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इकलौते पुत्र की मौत की खबर सुनकर मां व दो छोटी बहनों का रो रोकर बुरा हाल है.
बताते चलें कि थाना सैफई क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नगला अजीत की रहने वाली सोनी देवी एक बेटे व दो बेटियों के साथ ससुराल में रह रही थी. उनके फौजी पति योगेंद्र पाल का चार वर्ष पहले सड़क हादसे में आकस्मिक देहांत हो गया था. दो बहनों से बड़ा इकलौता बेटा अन्नू इस साल ही हाईस्कूल में गया था. परिवार में सब कुछ सामान्य चल रहा था.
हरदोई प्रधान सर्वेश कुमार ने बताया कि अन्नू की मां के अनुसार शुक्रवार रात उनका बेटा अन्नू काफी देर से मोबाइल चला रहा था. इस बात पर मां ने रात करीब आठ बजे उसे डांटा और मोबाइल चलाने से रोका. इससे गुस्से में आकर उसने मोबाइल जमीन पर पटककर तोड़ डाला. इस पर मां ने उसे थप्पड़ मार दिया. इससे गुस्साए अन्नू ने खुद को कमरे में बंद कर लिया. कुछ देर बाद जब छोटी बहनें व मां ने मानने के लिए आवाजे लगाई तो उसने कोई जबाब नही दिया. लगभग आधा घंटा बीतने पर अंदर से किसी तरह की आवाज नही सुनाई देने पर अन्य स्वजन मौके पर आए और अंदर से बंद दरवाजे को तोड़ा.
आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया. जिला अस्पताल के इमरजेंसी में मौजूद डॉ शिवम राजपूत ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. प्रधान सर्वेश कुमार ने बताया कि छात्र अपने परिवार में एकलौता था. उसके इस कदम से सभी लोग स्तब्ध हैं. उसके पिता की मौत के बाद उसके दादा जो की कौशल्या देवी बालिका इंटर कॉलेज में व्यवस्थापक है, वही पूरे परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं.
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