इटावा: जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां जिला अस्पताल परिसर में अस्पताल के मुख्य गेट से 20 मीटर दूर बीते 11 दिनों से एक मरीज इलाज की आस में पड़ा हुआ था, लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली. पेट की समस्या से पीड़ित मरीज हरगोविंद का कहना था कि रास्ते से सभी डॉक्टर और अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन किसी ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया. वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि उन्हें अभी तक इसकी जानकारी नहीं थी. जानकारी होने के बाद उसको तुरंत ही इमरजेंसी भर्ती करा दिया गया है.
उदी मोड़ के निवासी पीड़ित हरगोविंद ने बताया कि वह 11 दिन पहले यहां पर पेट का पानी निकलवाने आया था. तब डॉक्टर ने कहा कि अगले दिन आना. तब से अब तक 11 दिनों से यहीं पर पड़ा हूं न ही कोई डॉक्टर इलाज कर रहा है न ही कोई पूछने वाला है. मरीज का कहना है कि वह दर्द की वजह से चल तक नहीं पा रहा है. कई डॉक्टरों से कहा, लेकिन किसी ने उसकी समस्या नहीं सुनी. उसने बताया कि उसके कोई परिजन यहां आस-पास नहीं है.
मुख्य अधीक्षक बोले नहीं थी जानकारी
अस्पताल के मुख्य अधीक्षक एसएस भदौरिया से जब ईटीवी भारत ने इस मामले में बात की तो उनका कहना था कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी. मामला संज्ञान में आने पर मरीज को इमरजेंसी में भर्ती करवाकर उसका इलाज शुरू करा दिया गया है.