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इटावा: नन्हे अनस की रमजान में रोजगार की दुआ - सरकारों को सद्बुद्दी देने की दुआ

इटावा का रहने वाला अनस का अभी स्कूल भी खत्म नहीं हुआ कि उसने अभी से ही रमजान में रोजे रखकर अल्लाह से रोजगार की दुआ मांग रहा है. अनस अभी सिर्फ 9वीं कक्षा में है और उसकी उम्र के बच्चे जहां अपने लिए तोहफों की दुआ करते हैं वहां अनस की ये दुआ सच में हैरान कर देने वाली है.

रमजान में रोजगार की दुआ
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Published : May 14, 2019, 11:12 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: जहां रमजान के दिनों में सब अपनी और अपने परिवार की सलामती की दुआ करते हैं, वहीं 9वी कक्षा में पढ़ने वाला अनस छोटी सी उम्र में ही अल्लाह से अपनी देश में अमन, शांति और रोज़गार की दुआ मांगता है. घरवालों के मना करने के बाद भी अनस नहीं माना और रमजान में रोजा रखे हुए है.

रमजान में रोजगार की दुआ

अनस की दुआ- सकारों को सद्बुद्धी दे अल्लाह

  • अनस ने मांगता है देश में अमन, शांती और रोजगार की दुआ
  • इटावा का रहने वाला है अनस
  • परिवार के मना करने के बावजूद भी रखे रोजे
  • सरकारों को सद्बुद्दी देने की दुआ मांगता है अनस
  • बड़े होकर रोजगार के लिए दर दर भटकना ना पड़े, इसलिए मांगता है दुआ

यह हमारे देश के लिए शुभ संकेत है कि हमारी भावी पीढ़ी अपने बारे में सोचने के साथ-साथ देश के बारे में भी सोचती है.

इटावा: जहां रमजान के दिनों में सब अपनी और अपने परिवार की सलामती की दुआ करते हैं, वहीं 9वी कक्षा में पढ़ने वाला अनस छोटी सी उम्र में ही अल्लाह से अपनी देश में अमन, शांति और रोज़गार की दुआ मांगता है. घरवालों के मना करने के बाद भी अनस नहीं माना और रमजान में रोजा रखे हुए है.

रमजान में रोजगार की दुआ

अनस की दुआ- सकारों को सद्बुद्धी दे अल्लाह

  • अनस ने मांगता है देश में अमन, शांती और रोजगार की दुआ
  • इटावा का रहने वाला है अनस
  • परिवार के मना करने के बावजूद भी रखे रोजे
  • सरकारों को सद्बुद्दी देने की दुआ मांगता है अनस
  • बड़े होकर रोजगार के लिए दर दर भटकना ना पड़े, इसलिए मांगता है दुआ

यह हमारे देश के लिए शुभ संकेत है कि हमारी भावी पीढ़ी अपने बारे में सोचने के साथ-साथ देश के बारे में भी सोचती है.

Intro:एंकर-मुस्लिम धर्म मे रमजान का महीना बेहद पवित्र महीना माना जाता है।माना यह जाता है इन रमजान के दिनों में रोजे रख कर अल्लाह से जो दुआ की जाती है वो कबूल हो जाती है।कक्षा 9 के छात्र मोहम्मद अनस ने इस बार पहली दफा रोजे रख कर देश मे अमन शांति की दुआ मांगी।साथ अनस ने अपने रोजे की नमाज में अल्लाह से यह भी दुआ मांगी कि सरकार देश मे कुछ ऐसी व्यवस्था कर दे जिससे जब वह शिक्षित हो जाय तो नॉकरी के लिये दर दर की ठोकरे न खाए।


Body:वीओ(1)-उत्तर प्रदेश के इटावा शहर के रहने वाला यह अनस कक्षा 9 का छात्र है।अनस शहर की ही इश्लामियाँ इंटर कॉलेज में पढ़ता है।इस बार अनस ने भी इन रमजानो मे रोजे रखे हैं।अनस स्कूल जाने से पहले व स्कूल से वापस आने के बाद कुरान शरीफ का अध्ययन करता है।उसके बाद नमाज के समय मे अपनी नमाज भी अदा करते हैं।अनस बताते हैं कि रमजान के महीने में रोजा रखने की उनकी तीव्र इक्षा बचपन से ही थी।लेकिन कम उम्र होने के कारण घर के लोग उसे रोजे रखने की परमिशन नही देते थे,लेकिन इस बार अनस के परिजनों ने उसे रमजान के दिनों में रोजे रखने की इजाजत दे दी।रोजे की नमाज अदा करने के दौरान नन्हा अनस देश मे अमन शांति कायम रहने की दुआ अल्लाह से मांगता है।साथ ही वह यह भी खुदा से मांगता है कि देश की सरकारों को अल्लाह सद्बुद्धि दे ताकि जब वह शिक्षित हो जाय तब वह नॉकरी की तलाश में दर दर की ठोकरे न खायें।

वाइट-अनस(नन्हा रोजेदार)


Conclusion:वीओ-यह हमारे देश के लिए शुभ संकेत है कि हमारी भावी पीढ़ी अपने बारे में सोचने के साथ साथ देश के बारे में भी अपना चिंतन रखती है।
मोब न0 8445980843।
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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