इटावा: जिला अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं है. अस्पताल में 22 अगस्त से ही इंजेक्शन खत्म है. इस कारण मरीजों को मजबूरन मंहगे दामों में निजी अस्पतालों में इंजेक्शन लगवाना पड़ रहा है. अस्पताल के जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ते हुए उच्चधिकारियों को इसकी जानकारी होने की बात कह रहे हैं. वहीं जिला अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि इस संबंध में कई बार पत्र लिखा चा चुका है, लेकिन अभी तक इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं की गई.
जिला अस्पताल में कुत्ते, बिल्ली, बंदर के काटने पर निशुल्क एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जाता है. वैक्सीन विभाग के डॉ. महेंद्र कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल में 22 अगस्त से ही एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म है. इसकी जानकारी विभाग के उच्चधिकारियों को दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक आपूर्ति नहीं की जा सकी है. उन्होंने बताया कि रोजाना करीब 20 मरीज वापस लौट रहे हैं. जिला अस्पताल में इंजेक्शन खत्म होने कारण मरीजों को निजी अस्पतालों में इंजेक्शन लगवाना पड़ रहा है.
तीन बार कॉर्पोरेशन को लिख चुके हैं पत्र
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसएस भदौरिया ने बताया कि इंजेक्शन खत्म होने की जानकारी है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कॉरपोरेशन को तीन बार पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. इसकी जानकारी सीएमओ को भी दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं की गई है.