इटावाः जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले प्रमोद कुमार गुप्ता के पिताजी का कुछ समय पहले निधन हो गया था. इसको लेकर उनकी वसीयत नामा तैयार करना बाकी रह गया था. इसी दौरान प्रमोद कुमार गुप्ता ने लेखपाल अरुण कुमार से मुलाकात की. इस दौरान अरुण कुमार ने वसीयत को उनके नाम पर चढ़ाने के लिए 5000 रुपये की मांग की.
रिश्वत लेते लेखपाल गिरफ्तार
इस दौरान अरुण कुमार ने लेखपाल से कहा वसीयत बदलवाने के लिए कोई भी रुपया नहीं लगता है, लेकिन लेखपाल रुपये मांगने से बाज नहीं आया. प्रमोद कुमार गुप्ता ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क साधा और एंटी करप्शन टीम की देखरेख में लेखपाल अरुण कुमार को 2000 दिए गए. अरुण कुमार ने जैसे ही पुलिस से 2000 लिए वैसे ही एंटी करप्शन टीम ने आरोपी लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ लिया. साथ ही सिविल लाइन थाने पहुंच कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया.
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