इटावा: जनपद में बुधवार को एम्बुलेंस संघ के बैनर तले सभी एम्बुलेंस कर्मी जिला अस्पताल में भूख हड़ताल पर बैठ गए. इन सभी का कहना है कि इन्हें पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिल रहा है. इस वजह से हम सभी भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. कर्मचारियों ने 24 घंटे में मांगें पूरी न होने पर एम्बुलेंस सेवा बंद करने की चेतावनी भी दी है.
श्रम विभाग की गाइडलाइन के अनुसार हो भुगतान
एम्बुलेंस संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी शरद यादव ने बताया कि हम लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदेश स्तर तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ. इस वजह से हम सब भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. अगर आज श्रम विभाग की गाइडलाइंस के अनुसार, हमारा पिछले महीने के वेतन का भुगतान नहीं हुआ, तो हम सभी एम्बुलेंस कर्मी एम्बुलेंस सेवा बंद कर देंगे. उन्होंने कहा, हमने कोरोना काल में सबकी सेवा की, लेकिन हमारे परिवार और हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
हम लोगों ने नहीं रोकी अभी तक एम्बुलेंस सेवा
एम्बुलेंस संघ के जिला अध्यक्ष ने बताया कि हमने मंगलवार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद हम सब अब भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. हालांकि हमने अभी तक एम्बुलेंस सेवा बाधित नहीं की, लेकिन यदि आज शाम तक हमारी मांगें नहीं मानी गयीं तो हम एम्बुलेंस सेवा बंद कर देंगे.
जनपद में हैं 52 एम्बुलेंस
बता दें कि जनपद में अभी 52 एम्बुलेंस हैं, जिसमें 220 कर्मचारी कार्यरत हैं. वहीं इन एम्बुलेंस में 21 एम्बुलेंस 108 में कार्यरत हैं और 26 एम्बुलेंस 102 में कार्यरत हैं. इसी के साथ बाकी 4 अन्य जगह लगी हुई हैं.