एटा: शिवसेना के प्रदेश प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह शुक्रवार को एटा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे आने के बाद कहा कि भाजपा और शिवसेना में पहले ही 50-50 का फार्मूला तय हो गया था, जिसके बाद पहले ढाई साल शिवसेना को सत्ता मिलनी चाहिए.
प्रदेश के शिवसेना प्रमुख अनिल सिंह ने कहा कि पहले राम सत्ता में रहे हैं, लेकिन अब भरत को सत्ता देकर राम को अपना दायित्व निभाना चाहिए. प्रदेश के शिवसेना के प्रमुख अनिल सिंह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता राजू आर्य को शिवसेना ज्वाइन कराने एटा आए थे. राजू आर्य को शिवसेना में प्रदेश सचिव का पद मिला है.
चुनाव से पहले तय हो गया फॉर्मूला
अनिल सिंह के मुताबिक महाराष्ट्र चुनाव से पहले ही 50-50 का फॉर्मूला तय हो गया था. फॉर्मूला के तहत ढाई साल शिवसेना की और ढाई साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी है. महाराष्ट्र में इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अब जब सत्ता का परिवर्तन हो रहा है तो पहले हमें मौका देना चाहिए.
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अनिल सिंह ने रामायण का उदाहरण देते हुए कहा कि छोटे भाई-बड़े भाई की जो परंपरा रामायण में रही है तो मुझको लगता है कि उस परंपरा को भारतीय जनता पार्टी द्वारा निभाने का वक्त आ गया है. महाराष्ट्र में राम को सत्ता तो पहले से दे रखी थी. उन्होंने कहा कि राम कोई सत्ता के भूखे थोड़े हैं. राम द्वारा भरत को एक बार सत्ता देने में क्या हर्ज है और यहां पर तो राम को वनवास भी नहीं हुआ था. वह तो पहले से सत्ता में थे.
राम मंदिर पर बोले अनिल सिंह
अनिल सिंह ने राम मंदिर मामले पर बोलते हुए कहा कि राम मंदिर हमारी आस्था का प्रश्न है. न्यायालय को जबरदस्ती इस मामले में घसीटने की आवश्यकता नहीं थी. उन्होंने कहा फैसला कुछ भी आए, लेकिन राम मंदिर का निर्माण होकर रहेगा.