एटा: जिला अस्पताल में मंगलवार को मानवता एक बार फिर शर्मसार हो गई. नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को पिता कंधे पर लिए मारा-मारा फिरता रहा, लेकिन न तो उसका एक्सरे हो सका और न ही इलाज मिला. वहीं अधिकारी अब मामले में जांच की बात कह रहे हैं. अब पीड़िता को अलीगढ़ भेजा जाएगा.
- थाना मारहरा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने रविवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
- आरोप है कि गांव के ही एक युवक सहित तीन लोगों ने उसकी नाबालिग बेटी को बंधक बना लिया था.
- बंधक बनाने के बाद नाबालिग पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की गई.
- विरोध करने पर पीड़िता को जान से मारने की धमकी मिली.
- पीड़ित परिजनों ने दुष्कर्म का भी आरोप लगाया है.
- पीड़िता जैसे-तैसे आरोपियों के कब्जे से छूटी और परिजनों को दुर्घटना की पूरी जानकारी दी.
न स्ट्रेचर मिला, न ही इलाज
सोमवार को थाना पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल परीक्षण और उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया. यहां उसे वन स्टॉप सेंटर में ठहराया गया. मंगलवार सुबह अस्पताल खुलने के बाद पीड़िता का पिता उसे कंधे पर लादकर एक्सरे कराने के लिए जिला अस्पताल में भटकता रहा, लेकिन न उसे स्ट्रेचर मिला और न ही इलाज.
लाचार पिता कभी डॉक्टरों के पास, कभी अफसरों तो कभी एक्सरे रूम के चक्कर लगाता रहा. पीड़ित बेटी का एक्सरे नहीं हो सका. ऐसे में पिता से बताया गया कि एक्सरे मशीन खराब है. अब स्थिति ये है कि उसे अलीगढ़ रेफर किया गया है.
देर शाम एक बार फिर से पिता पीड़िता को कंधे पर लिए रेफरल लेटर बनवाने के लिए फिर से इमरजेंसी पहुंचा. यहां लोगों द्वारा आपत्ति करने और वीडियो बनाने पर अस्पताल स्टाफ हरकत में आया. इसके बाद पीड़िता को स्ट्रेचर पर वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचाया गया.
सीएमएस ने दी जानकारी
इस मामले में जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश अग्रवाल का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं आया था. यदि किसी मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला है तो यह काफी शर्मनाक बात है. इसकी जांच कराई जाएगी और दोषी को सख्त सजा दी जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि अस्पताल में प्रचुर मात्रा में स्ट्रेचर उपलब्ध हैं.