एटा: शहर के निधौलीकलां रोड स्थिति एक झोलाछाप के क्लीनिक पर इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया और शव को सड़क पर रखकर एटा-जलेसर रोड जाम कर दिया. आक्रोशित मृतक के परिवारीजन और ग्रामीणों ने हंगामे के बीच पथराव भी कर दिया. आक्रोशित लोगों को समझाने गए एसडीएम सदर पथराव में शिवकुमार सिंह बुरी तरह जख़्मी हो गए.
एटा जिले की कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव बारथर निवासी बालिस्टर सिंह ने बताया के उसके भाई अरविंद (25) को 7 फरवरी की देररात्रि को शरीर में खुजली की समस्या हुई. इस पर उसी समय निधौली रोड स्थित एक क्लीनिक पर ले आए. यहां चिकित्सक ने एक इंजेक्शन लगा दिया. इंजेक्शन लगते ही अवनीश अचेत होकर गिर पड़ा. तत्काल उसे मेडिकल कॉलेज ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
गुस्साए परिजन शव को लेकर वापस क्लीनिक पहुंचे, लेकिन तबतक झोलाछाप ताला लगाकर भाग चुका था. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने शव को निधौली रोड पर ही रख दिया. सड़क पर ही बाइक खड़ी कर और बल्ली लगाकर रात्रि के समय यातायात जाम कर दिया. आक्रोशित लोग हाथों में डंडे लेकर हंगामा करने लगे.
घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम सदर शिवकुमार सिंह, सीओ सिटी कालू सिंह कोतवाली नगर और कोतवाली देहात के पुलिसबल के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने परिजनों को समझाने की बहुत कोशिश की. एसडीएम ने तहरीर मांगी और मुकदमा दर्जकर कार्रवाई करने की बात परिजनों से कही. लेकिन आक्रोशित लोग पहले आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए.
एसडीएम अभी लोगों को समझा ही रहे थे कि आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया. इससे एक पत्थर एसडीएम शिवकुमार सिंह की आंख के पास चेहरे पर जा लगा. पत्थर लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज ले जाया गया.
एसडीएम सदर शिवकुमार सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली कि निधौलीकलां रोड पर कुछ लोग डेडबॉडी रखकर जाम लगा रहे हैं. वहां जाकर लोगों को समझाया और क्लीनिक भी सील करा दिया था. मगर तबतक हंगामा काट रहे लोगों ने पथराव कर दिया जिसमें से एक पत्थर मुझे भी लग गया.
वहीं, सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच कराएंगे कि क्लीनिक पर कौन चिकित्सक इलाज कर रहा था. यदि अपंजीकृत और अवैध रूप से इलाज किया जा रहा था तो क्लीनिक को सील कराया जाएगा।
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