एटा: कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देश में लाॅकडाउन घोषित किया गया है. इस कारण सभी प्रकार के कामकाज पूरी तरह से ठप हैं. ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों सहित अन्य जरूरतमंद लोगों को खाने की परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसलिए प्रदेश सरकार की ओर से सरकारी राशन की दुकानों से राशन मुहैया कराया जा रहा है.
वहीं एटा जिले के 12 से अधिक राशन डीलर जिला खाद्य आपूर्ति के कार्यालय में इस्तीफा देने पहुंचे. राशन डीलरों का आरोप है कि स्थानीय नेताओं के द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा और ऐसे में वह राशन का वितरण नहीं कर सकते हैं.
डीलरों ने लगाया स्थानीय नेताओं पर लोगों को भड़काने का आरोप
राशन डीलर अक्षत राठी ने बताया कि हम लगातार राशन का वितरण कर रहें हैं, इसके बाद भी स्थानीय नेता लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं. वहीं डीलर विश्व सुंदर ने बताया कि सरकारी केंद्र से जो राशन मिलता है, वह कम मिलता है. उन्होंने बताया कि 75 क्विंटल राशन बांटने के लिए मिलता है, लेकिन इस बार 5 कुंटल राशन कम दिया गया.
वहीं जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी राजीव मिश्रा ने कहा कि सभी सरकारी राशन केंद्रों पर एक जिला स्तरीय अधिकारी की तैनाती की जा रही है और जिस केंद्र को राशन कम मिला होगा, उसकी पूर्ति की जाएगी. उन्होंने बताया कि सभी डीलरों को समझा दिया गया है और किसी ने इस्तीफा नहीं दिया है.