एटा: जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षण कार्य कर रहे 116 शिक्षकों को बर्खास्त कर एफआईआर दर्ज करने के आदेश बीएसए संजय सिंह ने दिए हैं. दरअसल ये शिक्षक एसआईटी जांच में फर्जी डिग्री और अंकपत्र मामले में दोषी पाए गए हैं. इसके अलावा इन सभी 116 शिक्षकों पर अन्य विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है.
फर्जी बीएड डिग्री मामले में 116 शिक्षक बर्खास्त
तीन वर्ष पूर्व फर्जी डिग्रीधारकों के विरुद्ध नोटिस जारी करने से शुरू हुई कार्रवाई शनिवार को सामूहिक बर्खास्तगी तक पहुंच गई. लगभग एक दशक की नौकरी के बाद जिले के 116 शिक्षक-शिक्षिकाओं को फर्जी बीएड डिग्री और अंक बढ़ाने के मामले में बर्खास्त कर दिया गया है. 2004-05 में डॉ. बी आर आंबेडकर विवि. में बीएड में हुई धांधली की शिकायतों के बाद शासन ने एसआईटी जांच कराई थी.
दरअसल उत्तर प्रदेश में साल 2016- 17 से करीब चार हजार शिक्षकों की जांच एसआईटी कर रही थी, जिसमें ये शिक्षक भी शामिल थे. जिन्होंने 2004 और 2005 में आगरा यूनिवर्सिटी से बीएड की डिग्री हासिल की थी. उन्हीं में से एटा जिले के 120 शिक्षकों के खिलाफ जांच चल रही थी. जिसमें से 116 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. बाकी बचे 4 शिक्षकों में से एक शिक्षक ने यह दावा किया है कि जांच सूची में उनका नाम गलत डाल दिया गया था. वहीं 3 शिक्षकों ने विभाग द्वारा प्रथम नोटिस मिलने के बाद हाईकोर्ट की शरण ली थी. जिसमें उन्हें स्टे मिल गया था.
बताया जा रहा है कि एसआईटी जांच में 116 टीचरों में से 85 टीचरों की अंक तालिकाओं में नंबर ही नहीं चढ़े थे. इसके अलावा शेष बचे 21 टीचरों के अंकों में अंतर पाया गया है. इस मामले में जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि रिकवरी के लिए एफआईआर कराने के आदेश दे दिए गए हैं. इसमें और जो भी विभागीय कार्रवाई होगी वह भी की जाएगी.