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आजादी के 75 वर्ष बाद भी एटा के इस गांव के लोग अंधेरे में जीने को मजबूर - एटा के विकास खंड अलीगंज

एटा का एक ऐसा गांव है, जहां आजादी के बाद भी अभी तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि वोटों के समय तो कह जाते हैं, कि हमे जिताओ अगली बार बिजली आ जाएगी, मगर जीतने के बाद पहचानते तक नहीं है.

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ग्रामीण महिलाएं
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Published : Aug 14, 2022, 8:03 PM IST

एटा: उत्तर प्रदेश का एक ऐसा जिला, जहां के एक गांव में आजादी के बाद भी अभी तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. गांव के लोग बड़े ही दुखी मन से अपनी व्यथा बताते हुए नजर आए. जिले के जैथरा ब्लॉक क्षेत्र का ढीपा गांव अभी भी विद्युतीकरण से वंचित है. गांव के लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि वोटों के समय तो कह जाते हैं कि हमें जिताओ अगली बार बिजली आ जाएगी, मगर जीतने के बाद पहचानते तक नहीं है.

एटा के 103 अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले ग्राम ढीपा में वोटरों की कुल संख्या 250 के आसपास है. इस गांव में कुल 90 के आसपास में कच्चे-पक्के मकान है. यह गांव अभी तक अंधेरे से आजाद नहीं हो पाया है. इस अंधेरे के साये में जी रहे बुजुर्ग दयाशंकर बताते है कि हमारे गांव में अभी तक बिजली नहीं है और मुझे उम्मीद है कभी आएगी भी नहीं. इसकी जानकारी लेने के लिए न कभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि आते है और ना ही अधिकारी. आसपास के गांवो में 15 साल से बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है और पहुंच भी गई है. लेकिन हमारे गांव में अभी तक बिजली नहीं पहुंची पाई है.

मामले के बारे में जानकारी देते ग्रामीण, ग्राम प्र

सरकार भले ही डिजिटल इंडिया पर ध्यान केंद्रित कर रही हो लेकिन ये धरातल पर कितना उतरा, इसकी बानगी ये गांव ढीपा है. जहां, पर लोग बिजली न होने की वजह से आज भी तीन किमी दूर जैथरा कस्बे में जाकर अपना मोबाइल चार्ज करते हैं. इस गांव के सोरन सिंह का कहना है कि हमारे गांव में बिजली नहीं है. जिसके कारण हम लोग गांव के पास जैथरा कस्बे में और महमंता गांव में जाते है. महमंता गांव की दूरी भी यहां से दो कि.मी. है. अनीता बताती है कि हम लोग शाम को पांच बजे ही खाना बनाकर और 6 बजे तक खाना खाकर सो जाते है. वहीं बिजली न होने के कारण बच्चे शाम को पढ़ाई नहीं कर पाते हैं.

यह भी पढ़ें: यूपी एक खोज: एटा की कपूरकंद मिठाई के लोग हैं दीवाने, जानें क्यों?

गढ़ी रोशन के ग्राम प्रधान पति राजीव चौहान बताते है कि हमारी ग्राम पंचायत में एक गांव ढीपा है. जहां आज तक बिजली नहीं पहुंची है. हमने कई बार लिख करके दिया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है. वहीं इस गांव के जैथरा विद्युत उपकेंद्र के एसडीओ रोशन सिंह बताते है कि हमारे क्षेत्र के 64 गांवों में बिजली का विस्तार हुआ है. एक गांव ढीपा ही है, जहां बिजली नहीं है. सरकार के सौभाग्य फेस- 3 योजना में शामिल कराने हेतु प्रपोजल बना करके अधिकारियों के पास भेज दिया गया है. दिसम्बर 2022 के अंत तक इस गांव में बिजली पहुंच जाएगी.

ईटीवी भारत की खबर के बाद निर्गत हुई धन राशि

जनपद एटा के विकास खंड अलीगंज के राजा का रामपुर देहात ग्राम पंचायत के ग्राम नगला तुलई में बिजली नहीं थी. ईटीवी भारत ने प्रमुख रूप से इस खबर को चलाया था. जिसके बाद में यहां के क्षेत्रीय विधायक सत्यपाल सिंह ने अपनी विधायक निधि से धनराशि देने के निर्देश जारी किए. इस गांंव की बिजली के लिए कुल 9 लाख 95 हजार रुपये का इस्टीमेट बिजली विभाग के द्वारा बनाया गया. जिसे विधायक ने अपनी विधायक निधि से दे दिया है. हालांकि गांव में बिजली आज तक नहीं पहुंची है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

एटा: उत्तर प्रदेश का एक ऐसा जिला, जहां के एक गांव में आजादी के बाद भी अभी तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. गांव के लोग बड़े ही दुखी मन से अपनी व्यथा बताते हुए नजर आए. जिले के जैथरा ब्लॉक क्षेत्र का ढीपा गांव अभी भी विद्युतीकरण से वंचित है. गांव के लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि वोटों के समय तो कह जाते हैं कि हमें जिताओ अगली बार बिजली आ जाएगी, मगर जीतने के बाद पहचानते तक नहीं है.

एटा के 103 अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले ग्राम ढीपा में वोटरों की कुल संख्या 250 के आसपास है. इस गांव में कुल 90 के आसपास में कच्चे-पक्के मकान है. यह गांव अभी तक अंधेरे से आजाद नहीं हो पाया है. इस अंधेरे के साये में जी रहे बुजुर्ग दयाशंकर बताते है कि हमारे गांव में अभी तक बिजली नहीं है और मुझे उम्मीद है कभी आएगी भी नहीं. इसकी जानकारी लेने के लिए न कभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि आते है और ना ही अधिकारी. आसपास के गांवो में 15 साल से बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है और पहुंच भी गई है. लेकिन हमारे गांव में अभी तक बिजली नहीं पहुंची पाई है.

मामले के बारे में जानकारी देते ग्रामीण, ग्राम प्र

सरकार भले ही डिजिटल इंडिया पर ध्यान केंद्रित कर रही हो लेकिन ये धरातल पर कितना उतरा, इसकी बानगी ये गांव ढीपा है. जहां, पर लोग बिजली न होने की वजह से आज भी तीन किमी दूर जैथरा कस्बे में जाकर अपना मोबाइल चार्ज करते हैं. इस गांव के सोरन सिंह का कहना है कि हमारे गांव में बिजली नहीं है. जिसके कारण हम लोग गांव के पास जैथरा कस्बे में और महमंता गांव में जाते है. महमंता गांव की दूरी भी यहां से दो कि.मी. है. अनीता बताती है कि हम लोग शाम को पांच बजे ही खाना बनाकर और 6 बजे तक खाना खाकर सो जाते है. वहीं बिजली न होने के कारण बच्चे शाम को पढ़ाई नहीं कर पाते हैं.

यह भी पढ़ें: यूपी एक खोज: एटा की कपूरकंद मिठाई के लोग हैं दीवाने, जानें क्यों?

गढ़ी रोशन के ग्राम प्रधान पति राजीव चौहान बताते है कि हमारी ग्राम पंचायत में एक गांव ढीपा है. जहां आज तक बिजली नहीं पहुंची है. हमने कई बार लिख करके दिया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है. वहीं इस गांव के जैथरा विद्युत उपकेंद्र के एसडीओ रोशन सिंह बताते है कि हमारे क्षेत्र के 64 गांवों में बिजली का विस्तार हुआ है. एक गांव ढीपा ही है, जहां बिजली नहीं है. सरकार के सौभाग्य फेस- 3 योजना में शामिल कराने हेतु प्रपोजल बना करके अधिकारियों के पास भेज दिया गया है. दिसम्बर 2022 के अंत तक इस गांव में बिजली पहुंच जाएगी.

ईटीवी भारत की खबर के बाद निर्गत हुई धन राशि

जनपद एटा के विकास खंड अलीगंज के राजा का रामपुर देहात ग्राम पंचायत के ग्राम नगला तुलई में बिजली नहीं थी. ईटीवी भारत ने प्रमुख रूप से इस खबर को चलाया था. जिसके बाद में यहां के क्षेत्रीय विधायक सत्यपाल सिंह ने अपनी विधायक निधि से धनराशि देने के निर्देश जारी किए. इस गांंव की बिजली के लिए कुल 9 लाख 95 हजार रुपये का इस्टीमेट बिजली विभाग के द्वारा बनाया गया. जिसे विधायक ने अपनी विधायक निधि से दे दिया है. हालांकि गांव में बिजली आज तक नहीं पहुंची है.

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