एटा: जिले में झोलाछाप डॉक्टरों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. एटा नगर के मोहल्ला रेवाड़ी में संचालित अवैध नर्सिंग होम में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. जिले में एक सप्ताह में झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही की ये तीसरी बड़ी घटना है. इस मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है.
जानें पूरा मामला
पूरा मामला एटा नगर के मोहल्ला रेवाड़ी का है, जहां अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम है. इसकी संचालिका डॉक्टर कल्पना हैं. मृतका के पति आमीन ने बताया कि वह अपनी पत्नी को डिलिवरी के लिए डॉक्टर कल्पना के नर्सिंग होम में लेकर गए. वहां डॉक्टर कल्पना ने कहा कि उनकी गारंटी है कि नॉर्मल डिलीवरी करेंगे और जच्चा बच्चा स्वस्थ रहेंगे. आमीन ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर को 2 हजार रुपये एडवांस दे दिए थे. डॉक्टर उनकी पत्नी सबीना का इलाज करती रहीं और डॉक्टर ने बताया भी नहीं कि पत्नी को कोई परेशानी है. आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते 7 दिसंबर की सुबह 4 बजे उनकी पत्नी और बच्चे की मौत हो गई. आमीन ने बताया कि डॉक्टर नर्सिंग होम बंद करके फरार हो गईं. इसकी सूचना पुलिस को दे दी गयी है.
जब इस सम्बंध में स्वाथ्य विभाग के सीएमओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. अगर ऐसा कोई मामला है तो झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.