एटाः पूर्व सांसद के अंतिम दर्शन को उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य उनके पैतृक गांव पहुंचे. वहीं पूर्व सांसद के अंतिम दर्शन में नेतागण और स्थानीय प्रसंशकों का जन सैलाब उमड़ा. पूर्व सांसद का उनके पैतृक गांव अगौनापुर में अंतिम संस्कार किया गया.
6 बार सांसद रहे महादीपक शाक्य
जनपद एटा के पूर्व सांसद महादीपक शाक्य ने लंबी बीमारी के चलते 98 की उम्र में 10 नवंबर को अंतिम सांस ली. वह यहां से 6 बार सांसद रहे चुके हैं. इनके निधन से जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी. भारी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके पैतृक गांव अगौनापुर पहुंचे. गार्ड ऑफ ऑनर देकर उन्हें अंतिम विदाई दी गई.
अंतिम विदाई में पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पूर्व सांसद दीपक के जमाने के नेता थे. उन्होंने 1971 में जनसंघ की टिकट पर पहला चुनाव जीता था. मंत्री ने कहा कि उन्होंने दीपक जलाकर अंधेरे के रास्ते को खत्म करते हुए कमल खिलाया था. उस पुरानी विसात के अंतिम नेता थे पूर्व सांसद.
जब पूरे देश में जीते थे दो भाजपाई
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राजीनीति में एक समय ऐसा भी आया आया था. जब पूरे देश में भाजपा के दो सांसद ही चुने गए थे. उसमें एक देश पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी थे, तो दूसरे एटा से महादीपक शाक्य जी थे. तब अटल जी ने कहा भी था. "हम अकेले नहीं हैं हमारे साथ दीपक है". आज उस जमाने का अंतिम दीपक बुझ गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह सभी के प्रेरणा स्रोत रहेंगे.