एटा: सदर तहसील में 24 गांवों के 91 किसानों के मुंह का निवाला छिन गया है. आग लगने की वजह से उनके खेतों में खड़ी सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई है. वैसे तो आग लगने के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी वजह हाईटेंशन तार से निकलने वाली चिंगारी है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी इस तरह के आरोपों को खारिज कर रहे हैं, जिससे किसानों की समस्या बढ़ती ही नजर आ रही है.
क्या है मामला
⦁ जिले में कई जगह हुई आगजनी की घटनाओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
⦁ बागवाला क्षेत्र में करीब ढाई सौ बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई.
⦁ इसके अलावा राजा का रामपुर, मलावन जसरथपुर, सकीट, जलेसर इलाकों में भी आग से नुकसान हुआ है.
⦁ आग लगने के कारणों की वजह साफ नहीं हो पाई. ज्यादातर जगहों पर आग लगने का कारण हाईटेंशन तार से निकली चिंगारी को बताया जा रहा है.
⦁ हालांकि बिजली विभाग के अधिकारी इसे सिरे से नकार रहे हैं.
तहसील सदर के 91 किसानों की फसल खेतों में आग लगने से गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई है. इस अग्निकांड के कारणों का सही पता नहीं चल सका है, लेकिन तेज हवा और धूप के कारण आग लगना पाया गया है. इसके अलावा कहीं-कहीं शॉर्ट सर्किट भी फसलों में लगी आग के लिए एक वजह बनी है.
-नंदलाल, एसडीएम
एसडीएम सदर ने 91 किसानों की लिस्ट तैयार कर मुआवजे के लिए मंडी सचिव को भेज दी है. साथ ही निर्देश भी दिया है कि जिन किसानों की फसल नष्ट हुई है, उनका दावा प्रपत्र भरकर क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाए. वहीं मंडी सचिव की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है.