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एटा: आग ने मचाया तांडव, 24 गांवों के 91 किसानों की फसल खाक - etah news

एटा में कई जगहों पर हुई आगजनी में करीब 91 किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलकर राख हो गई. आग लगने की वजह हाईटेंशन तार से निकली चिंगारी को बताया जाता रहा है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी इसे सिरे से नकार रहे हैं.

आग से किसानों की फसल खाक.
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Published : May 2, 2019, 12:24 PM IST

एटा: सदर तहसील में 24 गांवों के 91 किसानों के मुंह का निवाला छिन गया है. आग लगने की वजह से उनके खेतों में खड़ी सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई है. वैसे तो आग लगने के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी वजह हाईटेंशन तार से निकलने वाली चिंगारी है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी इस तरह के आरोपों को खारिज कर रहे हैं, जिससे किसानों की समस्या बढ़ती ही नजर आ रही है.

आग से किसानों की फसल खाक.

क्या है मामला
⦁ जिले में कई जगह हुई आगजनी की घटनाओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
⦁ बागवाला क्षेत्र में करीब ढाई सौ बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई.
⦁ इसके अलावा राजा का रामपुर, मलावन जसरथपुर, सकीट, जलेसर इलाकों में भी आग से नुकसान हुआ है.
⦁ आग लगने के कारणों की वजह साफ नहीं हो पाई. ज्यादातर जगहों पर आग लगने का कारण हाईटेंशन तार से निकली चिंगारी को बताया जा रहा है.
⦁ हालांकि बिजली विभाग के अधिकारी इसे सिरे से नकार रहे हैं.

तहसील सदर के 91 किसानों की फसल खेतों में आग लगने से गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई है. इस अग्निकांड के कारणों का सही पता नहीं चल सका है, लेकिन तेज हवा और धूप के कारण आग लगना पाया गया है. इसके अलावा कहीं-कहीं शॉर्ट सर्किट भी फसलों में लगी आग के लिए एक वजह बनी है.
-नंदलाल, एसडीएम

एसडीएम सदर ने 91 किसानों की लिस्ट तैयार कर मुआवजे के लिए मंडी सचिव को भेज दी है. साथ ही निर्देश भी दिया है कि जिन किसानों की फसल नष्ट हुई है, उनका दावा प्रपत्र भरकर क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाए. वहीं मंडी सचिव की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है.

एटा: सदर तहसील में 24 गांवों के 91 किसानों के मुंह का निवाला छिन गया है. आग लगने की वजह से उनके खेतों में खड़ी सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई है. वैसे तो आग लगने के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी वजह हाईटेंशन तार से निकलने वाली चिंगारी है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी इस तरह के आरोपों को खारिज कर रहे हैं, जिससे किसानों की समस्या बढ़ती ही नजर आ रही है.

आग से किसानों की फसल खाक.

क्या है मामला
⦁ जिले में कई जगह हुई आगजनी की घटनाओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
⦁ बागवाला क्षेत्र में करीब ढाई सौ बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई.
⦁ इसके अलावा राजा का रामपुर, मलावन जसरथपुर, सकीट, जलेसर इलाकों में भी आग से नुकसान हुआ है.
⦁ आग लगने के कारणों की वजह साफ नहीं हो पाई. ज्यादातर जगहों पर आग लगने का कारण हाईटेंशन तार से निकली चिंगारी को बताया जा रहा है.
⦁ हालांकि बिजली विभाग के अधिकारी इसे सिरे से नकार रहे हैं.

तहसील सदर के 91 किसानों की फसल खेतों में आग लगने से गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई है. इस अग्निकांड के कारणों का सही पता नहीं चल सका है, लेकिन तेज हवा और धूप के कारण आग लगना पाया गया है. इसके अलावा कहीं-कहीं शॉर्ट सर्किट भी फसलों में लगी आग के लिए एक वजह बनी है.
-नंदलाल, एसडीएम

एसडीएम सदर ने 91 किसानों की लिस्ट तैयार कर मुआवजे के लिए मंडी सचिव को भेज दी है. साथ ही निर्देश भी दिया है कि जिन किसानों की फसल नष्ट हुई है, उनका दावा प्रपत्र भरकर क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाए. वहीं मंडी सचिव की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है.

Intro:एंकर

एटा जिले के सदर तहसील में 24 गांव के 91 किसानों के मुंह का निवाला छिन गया है। आग से उनको भारी नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी गेहूं सैकड़ो बीघा फसल जलकर खाक हो गई है। आग लगने के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा कारण बिजली के हाईटेंशन तार से निकलने वाली चिंगारी को बताया जा रहा है। जबकि बिजली विभाग के अधिकारी इस तरह के आरोपों को खारिज कर रहे हैं। जिससे किसानों की समस्या बढ़ती नजर आ रही है। हालांकि इस सब के बीच जिला प्रशासन ने पीड़ित किसानों की लिस्ट बनाकर मंडी सचिव को भेज दिया है।


Body:वीओ- गर्मियां शुरू होते ही जिले में कई जगह आग के तांडव ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया है। बची कुची कसर सरकारी उदासीनता ने निकाल दी है। अकेले बागवाला क्षेत्र में ही ढाई सौ बीघा खड़ी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। इसके अलावा राजा का रामपुर,मलावन जसरथपुर ,सकीट,जलेसर इलाके मे भी आग से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। आग लगने के कारणों का आकलन तहसील स्तर पर किया गया। लेकिन वजह साफ नहीं हो पाई। लेकिन इन सबके बीच ज्यादातर जगहों पर आग लगने का कारण हाईटेंशन तार से निकली हुई चिंगारी को ही बताया जा रहा है। लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी इस को सिरे से नकार रहे हैं। यह हाल तब है जब बिजली विभाग की तरफ से अभी तक इस संबंध में कोई जांच रिपोर्ट भी नहीं बनाई गई है। बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हाईटेंशन तार के टूट कर गिरने पर ही बिजली के वजह से आग लगने की बात को पक्का माना जाता है। या फिर तहसील स्तर पर इस बात की पुष्टि कर दी जाए की आग बिजली के तारों से निकली हुई चिंगारी से लगी है और फसले जलकर राख हुई हैं। इन सबके बीच एसडीएम सदर ने 91 किसानों की लिस्ट तैयार कर मुआवजे के लिए मंडी सचिव को भेज दी है, साथ ही निर्देश भी दिया है कि जिन किसानों की फसल नष्ट हुई है। उनका दावा प्रपत्र भरा कर क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाए। लेकिन मंडी सचिव की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। बता दें कि खेतों में खड़ी फसल या खलिहान में रखी हुई फसल में आग लगने पर मंडी सचिव व संबंधित विभाग द्वारा किसानों के नुकसान की भरपाई की जाती है। जिले के एसडीएम नंदलाल के मुताबिक तहसील सदर के 91 किसानों की फसल खेतों में आग लगने से जलकर नष्ट हो गई है। जिस में अग्निकांड के कारणों का सही पता नहीं चल सका है । लेकिन तेज हवा व धूम के कारण आग लगना पाया गया है। इसके अलावा कहीं कहीं साट सर्किट भी एक वजह बनी है, खेतों में खड़ी फसल में आग लगने की।
बाइट:नन्दलाल सिंह (एसडीएम सदर एटा)
पीटूसी


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