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एटा: बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के खिलाफ FIR दर्ज - एटा सीएमओ डॉक्टर अजय अग्रवाल

उत्तर प्रदेश के एटा जिले में सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल ने बिना डिग्री के मरीजों का इलाज करने पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.

सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल
सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल
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Published : Jul 30, 2020, 7:59 AM IST

एटा: जिले के सीएमओ डॉक्टर अजय अग्रवाल ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रेमपाल पथरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. डॉक्टर प्रेमपाल पथरिया पर चिकित्सक की डिग्री ना होने का आरोप है. बताया जा रहा है कि सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल ने बिना डिग्री के मरीजों का इलाज करने पर डॉक्टर प्रेमपाल पथरिया के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.

जिले में बाल कल्याण समिति का गठन प्रशासन द्वारा किया जाता है. इसी बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रेमपाल पथरिया के खिलाफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया है. डॉ. प्रेम पाल पथरिया पर आरोप है कि वह कचहरी रोड स्थित एक क्लीनिक में प्रैक्टिस करते हैं. वहां रोजाना कई मरीज देखे जाते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने कथित इलेक्ट्रोपैथी का बोर्ड भी लगा रखा है.

आरोप है कि डॉक्टर प्रेमपाल पथरिया इस क्लीनिक में मोटापा गठिया समेत कई प्रकार के रोगों की जांच आधुनिक मशीनों से करने का दावा करते हैं. सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल के मुताबिक जब प्रेमपाल पथरिया की जांच की गई, तो वह कोई भी डिग्री डिप्लोमा या क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा सके. इसी को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई.

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और सदस्य उन लोगों को बनाया जाता है, जो सामाजिक कार्य, मनोविज्ञान बाल विकास शिक्षा, समाज शास्त्र विधि, अपराध शास्त्र में स्नातकोत्तर होते हैं. समिति के सदस्यों का कार्य उसने समक्ष पेश किए गए बच्चों का संज्ञान लेना एवं उन्हें ग्रहण कराना होता है. जरूरतमंद बालकों का देखरेख, ऐसे बालकों को जो विषम परिस्थितियों में रहने के कारण समिति के समक्ष प्रस्तुत किए जाने की स्थिति में नहीं है.

उन्हें जिला बाल संरक्षण इकाई या राज्य सरकार के सहयोग से मदद पहुंचाना समिति का कार्य होता है. समिति के सदस्यों द्वारा प्रत्येक बच्चों की देखरेख के लिए योजना तैयार करना, बच्चों की संरक्षण के लिए उन्हें तत्काल आश्रम सुनिश्चित कराना, पालना गृह के अधीक्षक को निर्देश देना आदि कार्य बाल कल्याण समिति के सदस्यों का ही होता है.

एटा: जिले के सीएमओ डॉक्टर अजय अग्रवाल ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रेमपाल पथरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. डॉक्टर प्रेमपाल पथरिया पर चिकित्सक की डिग्री ना होने का आरोप है. बताया जा रहा है कि सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल ने बिना डिग्री के मरीजों का इलाज करने पर डॉक्टर प्रेमपाल पथरिया के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.

जिले में बाल कल्याण समिति का गठन प्रशासन द्वारा किया जाता है. इसी बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रेमपाल पथरिया के खिलाफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया है. डॉ. प्रेम पाल पथरिया पर आरोप है कि वह कचहरी रोड स्थित एक क्लीनिक में प्रैक्टिस करते हैं. वहां रोजाना कई मरीज देखे जाते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने कथित इलेक्ट्रोपैथी का बोर्ड भी लगा रखा है.

आरोप है कि डॉक्टर प्रेमपाल पथरिया इस क्लीनिक में मोटापा गठिया समेत कई प्रकार के रोगों की जांच आधुनिक मशीनों से करने का दावा करते हैं. सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल के मुताबिक जब प्रेमपाल पथरिया की जांच की गई, तो वह कोई भी डिग्री डिप्लोमा या क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा सके. इसी को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई.

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और सदस्य उन लोगों को बनाया जाता है, जो सामाजिक कार्य, मनोविज्ञान बाल विकास शिक्षा, समाज शास्त्र विधि, अपराध शास्त्र में स्नातकोत्तर होते हैं. समिति के सदस्यों का कार्य उसने समक्ष पेश किए गए बच्चों का संज्ञान लेना एवं उन्हें ग्रहण कराना होता है. जरूरतमंद बालकों का देखरेख, ऐसे बालकों को जो विषम परिस्थितियों में रहने के कारण समिति के समक्ष प्रस्तुत किए जाने की स्थिति में नहीं है.

उन्हें जिला बाल संरक्षण इकाई या राज्य सरकार के सहयोग से मदद पहुंचाना समिति का कार्य होता है. समिति के सदस्यों द्वारा प्रत्येक बच्चों की देखरेख के लिए योजना तैयार करना, बच्चों की संरक्षण के लिए उन्हें तत्काल आश्रम सुनिश्चित कराना, पालना गृह के अधीक्षक को निर्देश देना आदि कार्य बाल कल्याण समिति के सदस्यों का ही होता है.

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