एटा: बुलंदशहर हिंसा में 1 साल पहले 3 दिसंबर को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह अपनी ड्यूटी निभाते हुए शहीद हो गए थे. शहीद की पुण्यतिथि पर एटा में उनके पैतृक गांव तरीगवां में वीर कर्मठ पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान शहीद की पत्नी रजनी सिंह ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस का काम अभी अधूरा है.
पुलिसकर्मियों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन
शहीद सुबोध कुमार सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने श्री बांके बिहारी चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से अपने पति की याद में पुरस्कार देने की शुरुआत की है. शहीद की पत्नी की कोशिश है कि शहीद सुबोध कुमार सिंह की याद में हर साल ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाने वाले पुलिसकर्मियों को वीर कर्मठ नाम के पुरस्कार से सम्मानित किया जाए.
एसपी को किया गया सम्मानित
इसी के तहत मंगलवार को शहीद सुबोध कुमार सिंह की पुण्यतिथि पर सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन कर एडीशनल एसपी और अन्य पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया. इस दौरान शहीद सुबोध कुमार सिंह की पत्नी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज तक उनके पति की पिस्टल और मोबाइल परिजनों को नहीं दिया गया. आरोपी इतने बड़े भी नहीं हैं कि इन्हें पकड़ा न जा सके. पुलिस का काम अभी अधूरा है.
दोषियों को हो जेल
वहीं शहीद सुबोध कुमार सिंह के बेटे श्रेय का कहना था कि सरकार ने तो काफी वादे किए थे, लेकिन वह अभी तक पूरा नहीं हुआ है. हमारी प्रमुख मांग थी कि हिंसा के दोषियों को जेल भेजा जाना चाहिए, लेकिन उन्हें भी छोड़ दिया गया. इससे समाज में गलत संदेश जाएगा. साथ ही इस तरह का दंगा फसाद करने वाले को छूट मिल जाएगी.
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