एटा : जिले के जैथरा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत दहलिया में 2 साल पहले सामुदायिक शौचालय बनवाया गया था. गांव के लाेगाें काे उम्मीद थी कि अब उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन शौचालय में हमेशा ताला ही लटका रहता है. ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची ताे शौचालय में ताला लटक रहा था. सामुदायिक शौचालय काे रंग-राेगन कर खूब चमकाया गया था. इसके बावजूद लाेगाें काे इसका लाभ नहीं मिल रहा है. लाेगाें काे शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है.
दहलिया गांव के रहने वाले योगेश कुमार ने बताया कि सफाई कर्मी की नियुक्ति के बाद भी शौचालय के ताले नहीं खोले जाते हैं. गांव के लाेग शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं. शौचालय का निर्माण हुए 2 साल से ऊपर हो गए हैं. तब से अभी तक किसी ने इसे चालू होते हुए नहीं देखा है. इसमें एक महिला सफाई कर्मी की नियुक्ति भी हो चुकी है. शौचालय न खुलने से लोग खेतों में शौच के लिए जाते हैं. प्रधान और सफाई कर्मी की लापरवाही के कारण लाेगाें काे नुकसान उठाना पड़ रहा है.
दहलिया गांव के ही रविंद्र सिंह ने बताया कि शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है. लाइट की व्यवस्था नहीं है. जब कोई अधिकारी आते हैं तो उससे पहले ही इसकी साफ-सफाई करा दी जाती है. वहीं गांव के पूर्व प्रधान अखिलेश तिवारी का कहना है कि उनके कार्यकाल में इस सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था. अब दूसरे लाेग गांव के मुखिया हैं. उन्हें लाेगाें की इस समस्या का समाधान कराना चाहिए.
गांव की प्रधान महिला हैं. उनके पति कुंवरपाल का कहना है कि शौचालय सुबह और शाम खोला जाता है. सफाई कर्मी भी समय पर पहुंचती हैं. वहीं दूसरी ओर जैथरा के खंड विकास अधिकारी फैजल आलम ने बताया कि साेमवार काे गांव में एडीओ पंचायत द्वारा जांच करवाई जाएगी, अगर कमियां पाई जाएगी तो दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें : अरुणाचल प्रदेश में सीआरपीएफ जवान की हार्ट अटैक से मौत, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार