एटा: जिले की सदर तहसील में तैनात तहसीलदार को एक रोजगार सेवक ने पत्र लिखकर एफआईआर की धमकी दी है. तहसीलदार की गलती इतनी थी कि रोजगार सेवक द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना में कुछ जानकारी इसलिए नहीं दी गई थी, क्योंकि वह न्याय प्रक्रिया के अंतर्गत थी. सूचना देने पर न्याय प्रक्रिया पर असर पड़ सकता था. बस इसी बात से नाराज रोजगार सेवक ने तहसीलदार को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दे दी.
खास बातें
- सदर तहसील में तैनात तहसीलदार को एक रोजगार सेवक ने एफआईआर की धमकी दी.
- रोजगार सेवक द्वारा मांगी गई सूचना की जानकारी नहीं दिए जाने पर धमकी दी.
- तहसीलदार ने न्यायिक प्रक्रिया का हवाला देते हुए जानकारी नहीं दी थी.
- इसी बात से नाराज रोजगार सेवक ने तहसीलदार को पत्र लिखकर धमकी दे दी.
- मामले को लेकर तहसीलदार दुर्गेश यादव ने थानाध्यक्ष मिरहची से शिकायत की.
- तहसीलदार ने रोजगार सेवक कुलदीप के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने की मांग की है.
सदर तहसील में तहसीलदार के पद पर तैनात दुर्गेश यादव से 2 महीने पहले मिरहची थाना क्षेत्र के गांव जिन्हेरा निवासी कुलदीप ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत चार बिंदुओं पर सूचना मांगी थी. जिस पर दो बिंदुओं पर तहसीलदार दुर्गेश यादव द्वारा सूचना प्रदान कर दी गई थी. साथ ही बाकी बचे दो बिंदुओं पर सूचना देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया गया था कि यह न्यायिक प्रक्रिया के अधीन है. जिसके चलते सूचना नहीं दी जा सकती है
लगभग दो महीने पहले सूचना अधिकार अधिनियम में एक प्रार्थना पत्र मिला था. कुलदीप निवासी जिन्हेरा द्वारा चार बिंदुओं पर सूचना मांगी गई थी. उनको RTI के अंतर्गत दो बिंदुओं पर विधिवत सूचना दी गई थी. दो बिंदुओं पर सूचना यह कहकर नाकारी गई थी कि यह न्यायिक प्रक्रिया के अंतर्गत है. इसे नहीं दिया जा सकता. जिसपर रोजगार सेवक कुलदीप ने एफआईआर की धमकी दी है.
दुर्गेश यादव तहसीलदार, सदर