ETV Bharat / state

तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित 9 कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने का कोर्ट ने दिया आदेश, ये है मामला

एटा जिले में एक बार फिर पीड़ित की शिकायत पर प्रशासन और पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश न्यायालय ने दिया है. वहीं, पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.

etv bharat
मारहरा कोतवाली क्षेत्र
author img

By

Published : Jan 14, 2023, 10:16 AM IST

एटाः जिले में प्रशासनिक एवं बर्बर पुलिसिया कार्रवाई को ध्यान में रखते हुए धारा 156(3)के अधीन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय ने आदेश देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के तहसीलदार, कानूनगो, दो लेखपाल समेत चार राजस्व के अधिकारियों और मारहरा कोतवाली के थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ जिला अदालत के न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिये हैं. वहीं, अभी तक मामला दर्ज नहीं हो सका है.

दरअसल, मारहरा कोतवाली क्षेत्र के भावनगर गांव में तहसीलदार सदर और थाना प्रभारी समेत नौ लोगों पर स्थानीय जमीनी विवाद में पीड़ित परिवार के 16 लोगों के साथ मारपीट करने का आरोप है. अदालत में दाखिल आरोप पत्र में सदर तहसीलदार ने मौके पर जारी स्टे ऑर्डर को फाड़ दिया और पुलिस ने बर्बरता पूर्ण रवैया अपनाते हुए बच्चो और महिलाओ के साथ बुरी तरह से मारपीट कर दी.

घटना दिनांक 30 अक्टूबर को भावनगर गांव की है, जहां पर तहसीलदार, कानूनगो और दो लेखपाल जमीनी विवाद को निस्तारित करवाने के लिए गए थे. शांति व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मौके पर मारहरा थाना पुलिस बल भी उपस्थित था. आरोप है लेखपाल ने पीड़ित के गले को कपड़े से दबाने का प्रयास किया. उपस्थित 16 लोगों के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी. पीड़ित 16 लोगों में 12 महिलाएं और तीन नाबालिक बच्चियां सामिल हैं.

पीड़ित संतोष कुमार ने बताया 'मेरे और परिवार के साथ में इन प्रशासनिक और पुलिस वालो ने मारपीट की थी. इसके बाद में मैंने थाना मारहरा पर लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. एसएसपी से कार्रवाई की मांग की, तब भी कोई नही हुई. यहां तक की पुलिस ने हम लोगों के मेडिकल तक नहीं करवाए. इसके बाद में एडीएम के आदेश पर हमारे परिवार का मेडिकल हुआ, जिसमें तीन बच्चियों के एक्सरे हुआ और एक बच्ची का हाथ फैक्चर निकला. अब कोर्ट ने नौ लोग नामजद और 25 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिया है'.

पूरे मामले की पैरवी कर रहे है वरिष्ठ अधिवक्ता रोहित पुंढीर ने बताया 'पीड़ित परिवार के साथ 30 अक्टूबर को पुलिस और राजस्व के अधिकारियो कर्मचारियों ने अभद्रता की थी, जिसमें छोटे-छोटे मासूम बच्चों के साथ परिवार के लोगों को थाने में ले जाकर के पीटने का आरोप है. अब कोर्ट ने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है'. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक धंनजय कुशवाह ने बताया 'इस पूरे मामले में गहन जांच की जा रही है और कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा'.

पढ़ेंः Fight in Etah : दलितों को जातिसूचक गालियां देने पर हुई मारपीट, 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

एटाः जिले में प्रशासनिक एवं बर्बर पुलिसिया कार्रवाई को ध्यान में रखते हुए धारा 156(3)के अधीन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय ने आदेश देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के तहसीलदार, कानूनगो, दो लेखपाल समेत चार राजस्व के अधिकारियों और मारहरा कोतवाली के थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ जिला अदालत के न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिये हैं. वहीं, अभी तक मामला दर्ज नहीं हो सका है.

दरअसल, मारहरा कोतवाली क्षेत्र के भावनगर गांव में तहसीलदार सदर और थाना प्रभारी समेत नौ लोगों पर स्थानीय जमीनी विवाद में पीड़ित परिवार के 16 लोगों के साथ मारपीट करने का आरोप है. अदालत में दाखिल आरोप पत्र में सदर तहसीलदार ने मौके पर जारी स्टे ऑर्डर को फाड़ दिया और पुलिस ने बर्बरता पूर्ण रवैया अपनाते हुए बच्चो और महिलाओ के साथ बुरी तरह से मारपीट कर दी.

घटना दिनांक 30 अक्टूबर को भावनगर गांव की है, जहां पर तहसीलदार, कानूनगो और दो लेखपाल जमीनी विवाद को निस्तारित करवाने के लिए गए थे. शांति व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मौके पर मारहरा थाना पुलिस बल भी उपस्थित था. आरोप है लेखपाल ने पीड़ित के गले को कपड़े से दबाने का प्रयास किया. उपस्थित 16 लोगों के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी. पीड़ित 16 लोगों में 12 महिलाएं और तीन नाबालिक बच्चियां सामिल हैं.

पीड़ित संतोष कुमार ने बताया 'मेरे और परिवार के साथ में इन प्रशासनिक और पुलिस वालो ने मारपीट की थी. इसके बाद में मैंने थाना मारहरा पर लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. एसएसपी से कार्रवाई की मांग की, तब भी कोई नही हुई. यहां तक की पुलिस ने हम लोगों के मेडिकल तक नहीं करवाए. इसके बाद में एडीएम के आदेश पर हमारे परिवार का मेडिकल हुआ, जिसमें तीन बच्चियों के एक्सरे हुआ और एक बच्ची का हाथ फैक्चर निकला. अब कोर्ट ने नौ लोग नामजद और 25 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिया है'.

पूरे मामले की पैरवी कर रहे है वरिष्ठ अधिवक्ता रोहित पुंढीर ने बताया 'पीड़ित परिवार के साथ 30 अक्टूबर को पुलिस और राजस्व के अधिकारियो कर्मचारियों ने अभद्रता की थी, जिसमें छोटे-छोटे मासूम बच्चों के साथ परिवार के लोगों को थाने में ले जाकर के पीटने का आरोप है. अब कोर्ट ने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है'. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक धंनजय कुशवाह ने बताया 'इस पूरे मामले में गहन जांच की जा रही है और कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा'.

पढ़ेंः Fight in Etah : दलितों को जातिसूचक गालियां देने पर हुई मारपीट, 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.