एटा: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से भाजपा सांसद साक्षी महाराज मंगलवार को एटा पहुंचे. इस दौरान अपने आश्रम पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने राम मंदिर के शिलान्यास को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए तंज कसा. सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि मैं अयोध्या के पूरे आंदोलन और बाबरी मस्जिद विध्वंस, रामशिला पूजन का साक्षी हूं. जब से मैंने होश संभाला है इस आंदोलन से जुड़ा हुआ हूं. कल जो प्रधानमंत्री मोदी मंदिर का शिलान्यास करने वाले हैं, इसका भी मैं साक्षी हूं. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है. सबका योगदान जनता को पता है. यह श्रीराम की कृपा है कि प्रधानमंत्री मोदी को शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.
राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कई बड़े नेताओं को न बुलाने की बात पर साक्षी महाराज ने कहा कि यह प्रश्न नहीं बनता. कुछ लोगों ने तो सिर्फ पसीना बहाया था, लेकिन कोठारी बंधु, राजेंद्र यादव, महेंद्र जैसे लोगों ने अपनी जान दी थी. उससे पहले भी राम मंदिर के लिए हजारों लोगों ने अपनी जान दी है. प्रभु श्रीराम अपनी सेवा करने वाले सब लोगों को देख रहे हैं, लेकिन इस कालखंड में राम मंदिर का शिलान्यास हो रहा है. यह खुशी की बात है.
दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष
सांसद साक्षी महाराज ने बातचीत में कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ट्वीट करते हैं. उन्हें ट्रीटमेंट की आवश्यकता है. दिग्विजय सिंह एक परिवार की गुलामी करते हैं.
पहला शिलान्यास था सियासी
सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि राजीव गांधी के समय हुआ शिलान्यास सियासी था, जब शिलान्यास होने वाला था उस समय स्वर्गीय राजेश पायलट आंतरिक सुरक्षा गृह राज्य मंत्री थे. उन दिनों आंदोलन का केंद्र दिल्ली का मेरा आश्रम था. मेरे आश्रम पर स्वयं राजेश पायलट जी आए और पूछा था कि क्या करना है. मैंने कहा कि यदि हिंदुओं का वोट चाहिए तो शिलान्यास कर मंदिर निर्माण होने दिया जाए. यदि मुसलमान का वोट चाहिए तो हमें शिलान्यास मत करने दीजिए. उसके बाद पहले शिलान्यास करने दिया फिर उस पर रोक लगा दी गई.