एटा: जनपद के थाना अवागढ़ में दबंगों की दबंगई पर लगाम लगाते हुए मंगलवार को जिला प्रशासन ने नगला भूरा निवासी पीड़ित की जमीन मुक्त कराई. दबंगों ने पीड़ित की जमान पर पिछले छह वर्षों से कब्जा किया हुआ था. पीड़ित अमरपाल ने प्रशासन को इस संबंध में कई बार अवगत कराया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. गत दिनों ईटीवी भारत ने पीड़ित की आवाज प्रशासन तक पहुंचाई. खबर के बाद तत्परता दिखाते हुए आलाधिकारियों ने सोमवार को दबंगों से जमीन मुक्त कराई.
11 बीघा जमीन पर किया था कब्जा
बता दें कि थाना अवागढ़ के नगला भूरा निवासी दलित युवक अमरपाल की प्रतापपुर राजा गांव में 11 बीघा जमीन पर दबंगों ने कब्जा किया हुआ था. पीड़ित ने बताया कि पिछले छह वर्षों से आरोपियों ने उसकी जमीन को कब्जा रखा है. इस संबंध में उसने कई बार जिला प्रशासन को अवगत कराया लेकिन वहां उसकी एक न सुनी.
खबर दिखाए जाने के बाद जागा प्रशासन
पीड़ित ने बताया कि नगला गलुआ निवासी दबंग छोटे यादव ने उसकी 11 बीघा जमीन पर कब्जा कर रखा था. गत दिवस सोमवार सुबह 10 बजे पीड़ित अमरपाल परिवार के साथ अपने आवास पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गया था, जिसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी. खबर चलने के बाद प्रशासन हरकत में आया.
तहसीलदार ने मुक्त कराई जमीन
खबर पर संज्ञान लेते हुए मंगलवार को तहसीलदार सदर दुर्वेश यादव ने अपनी टीम के साथ पीड़ित से मुलाकात की और अनशन तुड़वाया. मामले में कार्रवाई करते हुए तहसीलदार जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर और भारी पुलिस बल के साथ प्रतापपुर राजा गांव पुहंचे. दबंग ने पीड़ित की जमीन पर अपना मकान भी बना लिया था. मकान को तत्काल जेसीबी मशीन से तुड़वाकर तहसीलदार ने दबंग द्वारा कब्जाई जमीन को मुक्त कराया. इस दौरान उन्होंने जमीन की घेराबंदी करते हुए अमरपाल को उसकी जमीन वापस दिलाई.
धरने पर बैठे अमरपाल की 11 बीघा जमीन को कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया था. मामला संज्ञान में आने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पीड़ित की जमीन को मुक्त कराया. वहीं जमीन की घेराबंदी करने के बाद अमरपाल को जमीन सौंप दी गई है.
दुर्वेश यादव, तहसीलदार