एटा: जिले में नौकरी के नाम पर 90 युवाओं से 2.7 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. नौकरी न लगने पर युवाओं ने पैसे वापस मांगे तो ठगों ने पैसे वापस नहीं किए. ठगों में एक महिला का नाम भी शामिल है. अलीगंज ब्लॉक में नौकरी के नाम पर 2.7 करोड़ का मामला सामने आने से सनसनी फ़ैल गई. एक दिन में 19 शिकायतें अलीगंज कोतवाली में ठगी करने वालों के विरुद्ध पहुंची हैं.
कोतवाली अलीगंज के गांव नगला मधई निवासी नेपाल सिंह कस्बे में लोकवाणी केंद्र चलाते हैं. इसी के पास आजम खां नाम का व्यक्ति आकर बैठता था. वह एक एनजीओ चलाने की बात कहता था. पीड़ित नेपाल सिंह के अनुसार, जल मिशन के तहत हर गांव में पानी के ओवरहैंड टैंक बनाए जा रहे हैं. इन पर दो-दो ऑपरेटर, एक महिला स्वास्थ्यकर्मी और सुपरवाइजर की नियुक्ति ब्लॉकों पर होगी, जो उसके माध्यम कराई जाएंगी. आजम खां के साथ रूबी शाक्य भी अपने को अलीगंज ब्लॉक कर्मचारी बताती है. दोनों ने नेपाल सिंह से कहा कि दो माह के अंदर नियुक्तियां होनी हैं. अपने परिचितों को नौकरी दिलवा सकते हैं.
पीड़ित दोनों के झांसे में आ गया. नौकरी के लालच में पैसे दे दिए. इतना ही नहीं ठगी की शिकार हुईं युवतियों ने बताया कि सुपरवाइजर की नौकरी के लिए उनसे भी 30 हजार रुपये लिए गए. आरोप है कि कई गांव में जाकर युवाओं को नौकरी का झांसा दिया और लोकवाणी केंद्र लेकर आते थे. बताया जा रहा है कि इसी दौरान दोनों ने करीब 90 युवाओं से नौकरी के नाम पर पैसे ठग लिए. नौकरी न लगने पर पीड़ित ने पैसे मांगे तो ठगों ने पैसे देने से इनकार कर दिया. मामले की शिकायत डीएम कार्यालय और एसएसपी कार्यालय में की गई. इसके बाद अलीगंज पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
थाना प्रभारी अलीगंज प्रेमपाल सिंह ने कहा कि एडीएम कार्यालय में प्रार्थनापत्र दिया गया था. इसकी जांच के लिए अलीगंज पुलिस को आदेशित किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. सबूतों के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. अभी 19 युवाओं ने नौकरी के नाम पर ठगी करने का प्रार्थनापत्र दिया है. वहीं, इस मामले में शिकायतकर्ता कौसकी बताती है कि आजम खां, रूबी, नेपाल सिंह ने हम सबको ब्लॉक अलीगंज बुलाया था. तब वहां हमें नौकरी की जानकारी दी गई थी. तभी बताया गया था कि 30 हजार रुपये देने पड़ेंगे. दो महीने बाद नौकरी लग जाएगी.
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