ETV Bharat / state

आरपीएफ के हाथ चढ़ा टिकटों का दलाल

author img

By

Published : Feb 17, 2021, 2:38 PM IST

देवरिया में रेलवे सुरक्षा बल ने रेलवे का साफ्टवेयर चोरी कर तत्काल टिकट बेचने वाले गिरोह के मास्टर माइंड अरुण कुशवाहा को गिरफ्तार किया है. अभियुक्त द्वारा पिछले दो वर्षों से ई टिकट का अवैध कारोबार किया जा रहा है.

टिकटों का आरोपी हुआ गिरफ्तार
टिकटों का आरोपी हुआ गिरफ्तार

देवरिया: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने बुधवार को वाराणसी से रेलवे का साफ्टवेयर चोरी कर तत्काल टिकट बेचने वाले गिरोह के मास्टर माइंड अरुण कुशवाहा को गिरफ्तार किया है. गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश आरपीएफ कर रही है.


पुलिस कर रही थी तलाश

रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट देवरिया सदर थाने में 24 नवम्बर 2020 को मुकदमा दर्ज किया गया था. घटना के दिन गिरफ्तार आरोपी आफताब अंसारी ने बताया कि 'AS Group' नामक व्हाट्सएप ग्रुप से OCEAN एक्सटेंशन खरीदा जाता है. इसके जरिये बड़े पैमाने पर टिकट की दलाली होती है. जिसके बाद से व्हाट्सएप ग्रुप के संचालक और मामले के मास्टर माइंड अरुण कुमार कुशवाहा की तलाश आरपीएफ ने शुरू कर दी थी.

ऐसे हुई आरोपी की गिरफ्तारी

औड़िहार के निरीक्षक नरेश कुमार मीणा और देवरिया आरपीएफ के उप निरीक्षक अबु फरहान गफ्फार ने कान्स विक्रम कुमार आजाद सर्किट हाउस के पास से अरुण को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी को irctc के पर्सनल यूजर आईडी पर बनाए गए सामान्य एवं तत्काल रेल आरक्षित ई-टिकटों के साथ गिरफ्तार किया. अभियुक्त से पूछताछ में पता चला कि वो tatkal pro नाम का एक्सटेंशन ऑनलाइन किसी व्यक्ति से खरीदता था और उक्त एक्सटेंशन को कॉपी कर उसका लॉक तोड़कर उसका नाम बदलकर super tatkal, ocean, nextgen और unknown के नाम से अपने AS GROUP नामक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक दलाल को 700 से 900 रुपये प्रतिमाह के दर से बेचा करता था. इस तरह के उसके दो सौ से ज्यादा ग्राहक थे. जो उससे उक्त प्रतिबंधित एक्सटेंशन खरीदते थे. वह ग्राहकों से एक्सटेंशन का पेमेंट अपने विभिन्न बैंको के एकाउंट और paytm पर लेता था. अभियुक्त एक्सटेंशन बेचने के लिए जिस व्हाट्सएप ग्रुप का प्रयोग करता था. उसका नंबर फर्जी नाम से है. उपरोक्त अभियुक्त द्वारा पिछले दो वर्षों से ई टिकट का अवैध कारोबार किया जा रहा है.

देवरिया: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने बुधवार को वाराणसी से रेलवे का साफ्टवेयर चोरी कर तत्काल टिकट बेचने वाले गिरोह के मास्टर माइंड अरुण कुशवाहा को गिरफ्तार किया है. गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश आरपीएफ कर रही है.


पुलिस कर रही थी तलाश

रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट देवरिया सदर थाने में 24 नवम्बर 2020 को मुकदमा दर्ज किया गया था. घटना के दिन गिरफ्तार आरोपी आफताब अंसारी ने बताया कि 'AS Group' नामक व्हाट्सएप ग्रुप से OCEAN एक्सटेंशन खरीदा जाता है. इसके जरिये बड़े पैमाने पर टिकट की दलाली होती है. जिसके बाद से व्हाट्सएप ग्रुप के संचालक और मामले के मास्टर माइंड अरुण कुमार कुशवाहा की तलाश आरपीएफ ने शुरू कर दी थी.

ऐसे हुई आरोपी की गिरफ्तारी

औड़िहार के निरीक्षक नरेश कुमार मीणा और देवरिया आरपीएफ के उप निरीक्षक अबु फरहान गफ्फार ने कान्स विक्रम कुमार आजाद सर्किट हाउस के पास से अरुण को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी को irctc के पर्सनल यूजर आईडी पर बनाए गए सामान्य एवं तत्काल रेल आरक्षित ई-टिकटों के साथ गिरफ्तार किया. अभियुक्त से पूछताछ में पता चला कि वो tatkal pro नाम का एक्सटेंशन ऑनलाइन किसी व्यक्ति से खरीदता था और उक्त एक्सटेंशन को कॉपी कर उसका लॉक तोड़कर उसका नाम बदलकर super tatkal, ocean, nextgen और unknown के नाम से अपने AS GROUP नामक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक दलाल को 700 से 900 रुपये प्रतिमाह के दर से बेचा करता था. इस तरह के उसके दो सौ से ज्यादा ग्राहक थे. जो उससे उक्त प्रतिबंधित एक्सटेंशन खरीदते थे. वह ग्राहकों से एक्सटेंशन का पेमेंट अपने विभिन्न बैंको के एकाउंट और paytm पर लेता था. अभियुक्त एक्सटेंशन बेचने के लिए जिस व्हाट्सएप ग्रुप का प्रयोग करता था. उसका नंबर फर्जी नाम से है. उपरोक्त अभियुक्त द्वारा पिछले दो वर्षों से ई टिकट का अवैध कारोबार किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.