देवरियाः सलेमपुर कोतवाली पुलिस ने एक जिंदा व्यक्ति को ही मृत घोषित कर दिया. जबकि मृतक को लावारिस होने का दंश झेलना पड़ा. जिस शख्स को मृतक बताकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. वो जिंदा निकला, लेकिन जो लावारिश शव था, उसकी पहचान उसकी बाइक से हुई. पुलिस की लापरवाही से गलत पहचान कर पंचानामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए शव की शिनाख्त बाइक नंबर के आधार पर शनिवार को हुई.
क्या है पूरा मामला
मइल थाना क्षेत्र के अड़िला गांव के व्यास ठाकुर बाइक से शुक्रवार को बसडीला के लिए घर से निकले थे इसी दौरान धनौती ढ़ाला के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हो गए थे. राहगीरों ने उन्हें सलेमपुर सीएचसी में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसी बीच मईल थाना क्षेत्र श्रीनगर गांव निवासी कुछ लोगों ने उस शव की पहचान गांव के फुलसर उर्फ भेड़ा के रूप में की. जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
जिंदा निकला मृतक बताया गया व्यक्ति
इसी बीच श्रीनगर गांव निवासी जिस व्यक्ति की मृतक के रूप में पहचान हुई थी, वो अपने गांव में ही जिंदा घूमते हुए मिला. पुलिस ने शव को आनन फानन में लावारिश घोषित कर पोस्टमार्टम रूकवा दिया और मोरचरी में शव रखवा दिया.
बाइक के नंबर से मृतक की हुई शिनाख्त
पुलिस अब लावारिश शव की शिनाख्त में जुट गई है. पुलिस को घटनास्थल के निरीक्षण करने के दौरान मिली बाइक के नंबर के आधार पर शव की पहचान करने में सफलता मिल गई. इसको लेकर दो दिनों तक पुलिस परेशान रही. एसपी डॉ श्रीपति मिश्र ने बताया कि थोड़ी से चूक के चलते ऐसा हुआ था. सलेमपुर कोतवाली पुलिस को हिदायत दी गई है.