देवरिया : जनपद के तरकुलवा बाजार में मंगलवार को प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला की इंस्पेक्टर ने मदद की. तरकुलवा थाना के इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा महिला को अपनी गाड़ी में लेकर सीएचसी गए, जहां उसने एसओ की गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दिया. पुलिस की इस मदद के कारण नवजात के मां-बाप खाकी के मुरीद हो गए और उन्होंने बच्चे का नाम ही सिपाही रख दिया.
रास्ते में ही तड़पने लगी महिला
तरकुलवा बाजार में मंगलवार को शाम 4 बजे साप्ताहिक बाजार लगा था. प्रसव के लिए नरहरपट्टी गांव निवासी मीरा देवी अपने पति के साथ बाइक से अस्पताल जा रही थी. जाम के कारण बाइक को बीच बाजार में रोकना पड़ा. इस बीच महिला प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी. महिला के पति भोला की गुहार के बावजूद कोई रास्ता देने को तैयार नहीं था. वहां एसओ प्रदीप शर्मा और अन्य पुलिसकर्मी चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात थे. इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा की नजर प्रसूता पर पड़ी. उन्होंने न सिर्फ रास्ता खुलवाया, बल्कि महिला पुलिसकर्मी के साथ प्रसव के लिए तड़प रही महिला और उसके पति को अपनी गाड़ी में अस्पताल भेजा. महिला ने अस्पताल के गेट पर एसओ के वाहन में ही बच्चे को जन्म दिया.
इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा ने की मदद
तरकुलवा थाना के इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा का कहना था कि मंगलवार को वह वाहन चेकिंग के लिए गश्त पर निकले थे. शाम करीब साढ़े चार बजे तरकुलवा बाजार में एक महिला को उसका पति मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले जा रहा था. महिला मोटरसाइकिल पर बैठ नहीं पा रही थी. इस दौरान पता चला कि महिला के पति को भी नहीं मालूम था कि अस्पताल कहां है ? इस हालात को देखते हुए महिला को अपने सरकारी गाड़ी में बैठाया और महिला कॉन्स्टेबल के साथ अस्पताल भेजा. अस्पताल गेट पर आते ही महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया.
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