देवरिया: कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लागू किए गए लॉकडाउन के कारण जहां बड़े पैमाने पर मजदूर शहरों को छोड़कर वापस अपने अपने गांव लौट आये. लेकिन इस लॉकडाउन के कारण उनका रोजगार चला गया. जिसकी वजह से मजदूर काफी परेशान थे. लेकिन राहत की बात यह है कि अब इन मजूदरों को उनके गांव में ही मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत काम मिल रहा है. जिससे मजदूर काफी खुश हैं और उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है.
गांव में मिला मजदूरों को रोजगार
कोरोना वायरस और लॉकडाउन की मार झेल रहे मजदूर जो मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, लुधियाना जैसे शहरों से पलायन कर अपने अपने गांव लौट रहे हैं. साथ ही आर्थिक तंगी से परेशान थे इन मजदूरों की रोजी-रोटी भी इस लॉकडाउन में छिन गई है. वहीं अब इन मजदूरों का ख्याल रखते हुए केन्द्र व प्रदेश सरकार ने मजदूरों को अब इनके गांव में ही काम दे रही है. वहीं जिले भटनी ब्लॉक के बरडीहा गांव में मनरेगा के तहत कोयनार नाले के निर्माण कार्य में मजदूरों को काम मिला है. जिससे मजदूर अब अपने गांव में काम पाकर काफी खुश हैं. साथ ही मजदूरों ने प्रदेश की योगी सरकार को धन्यवाद किया है.
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पहले से ज्यादा मिल रही मजदूरों को मजदूरी
पहले की सरकार में मनरेगा के तहत मजदूरों को 1 दिन की मजदूरी 182 रुपए देती थी. वहीं अब केंद्र की मोदी सरकार ने इन मजदूरों की मजदूरी बढ़ाकर 202 रुपये कर दिया है. जिससे मजदूर काफी खुश नजर आ रहे हैं. साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त कर रहे हैं.
जनपद के 16 ब्लॉकों में चल रहा मनरेगा के तहत कार्य
जिले के बैतालपुर ब्लॉक, बनकटा ब्लॉक, बरहज ,भागलपुर, भलुअनी ,भटनी, भाटपार रानी, देवरिया सदर ,देसही देवरिया, गौरी बाजार ,लार ,पथरदेवा ,रामपुर कारखाना ,रुद्रपुर ,सलेमपुर समेत तरकुलवा 16 ब्लाकों में मनरेगा के तहत 1811 स्थलों पर काम चल रहा है. इसके साथ ही कुल 27210 मजदूर कार्य कर रहे हैं.