देवरिया: 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जा रही है. उनकी कुछ यादें जिले के देवराहा बाबा की तपोभूमि से जुड़ी है.अटल जी संत देवरहा बाबा के परम भक्तों में से एक थे, उन्हें जब भी समय मिलता वह देवरहा बाबा के दर्शन करने जरूर आते थे. अटलजी देवरिया की मिठास और मिश्री की शर्बत और कॉफी के भी बेहद दीवाने थे.
देवरहा बाबा से था अलट जी को बेहद लगाव
स्वर्गीय मंत्री दुर्गा प्रसाद मिश्र के बेटे दीपक मिश्रा उर्फ शाका ने बताया कि एक ऐसा दौर था. जब भाजपा संघर्ष कर रही थी. उस समय अटल जी संगठन को मजबूत करने के लिए पूर्वांचल दौरे पर निकले थे. उन्होंने बताया कि देवनगरी देवरिया के देवरहा बाबा से उन्हें कॉफी लगाव था. सन 1986 में अटल जी लाल ब्रीफकेस लेकर बनारस से त्रिवेणी एक्सप्रेस से यात्रा करते हुए देवराहा बाबा की तपोस्थली देवरिया जनपद के सलेमपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे.
देवरिया की मिठास के दीवाने थे अटलजी
ट्रेन से उतरने के बाद उन्होंने इस तपोभूमि को प्रणाम किया था. उन्हें स्टेशन लेने के लिए उस समय के तत्कालीन मंत्री स्वर्गीय दुर्गा प्रसाद मिश्र के बेटे दीपक मिश्रा उर्फ शाका स्टेशन पहुंचे थे. अटल जी को उस समय पैदल ही अपने आवास पर दीपक ले गए थे. गर्मी काफी होने के कारण उन्हें दुर्गा प्रसाद मिश्र ने मिश्री का शर्बत पिलाया था. जो उन्हें बहुत पसंद आया था. तब से ही वह देवरिया के मिठास के दीवाने हो गए थे. दीपक मिश्रा उर्फ शाखा बाबा ने बताया कि वैसे उन्हें रामा सेठ की काफी भी बेहद पसंद थी. वह जब भी खुखुंदू के रास्ते गुजरते तो कॉफी जरूर पीते थे.
सलेमपुर आने के दौरान दुर्गा प्रसाद मिश्र ने अपने परिवार के लोगों से अटल जी की मुलाकात फिल्मी स्टाइल में कराई थी. उन्होंने अपने बेटे का नाम राका शाका बांका के रूप में अटल जी को बताया था. तब अटल जी उनके मुख से यह बात सुनकर काफी खुश हुए थे. इस दौरान अटल जी ने स्वर्गीय दुर्गा प्रसाद मिश्र से उनके बेटे दीपक को मांगा और कहा कि मैं इसे अपने साथ ले जाऊंगा और इसे बड़ा नेता बनाऊंगा. तब उनकी पत्नी मजनू देवी ने मना कर दिया था.