देवरियाः भारतीय वायु सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर (Helicopter) बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त (Crash) हो गया. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत(CDS Bipin Rawat), पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं, देवरिया के कैप्टन वरुण सिंह घायल हो गए. उनका वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है. देवरिया समेत पूरे देश में उनकी सलामती के लिए दुआओं का दौर जारी है.
देवरिया के रुद्रपुर तहसील की कन्हौली गांव के रहने वाले कैप्टन वरुण सिंह अदम्य साहस और पराक्रम के लिए जाने जाते हैं. उन्हें बीती 15 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था.
यह अवार्ड विंग कमांडर को फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग के लिए दिया गया था.
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कन्हौली गांव के रहने वाले विंग कमांडर वरुण सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं. उनके पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर हो चुके हैं. छोटे भाई भी नेवी में कार्यरत हैं.
उन्होंने 12 अक्तूबर 2020 को लाइट कॉम्बेट एयर क्राफ्ट के साथ उड़ान भरी थी. लगभग 10 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचते ही विमान का फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम खराब हो गया.
ऐसे मुश्किल वक्त में उन्होंने साहस और धैर्य का परिचय देते हुए आबादी से दूर ले जाकर विमान की सफल लैंडिग कराई थी. ऐसा उन्होंने कई लोगों की जान बचाने के उद्देश्य से किया था. वरुण तेजस विमान भी उड़ा चुके हैं. गोरखपुर में वह वर्ष 2007 से 2009 तक कार्यरत रहे.
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