देवरिया : देवरिया के रुद्रपुर के टड़वा गांव निवासी संतोष यादव की शहादत पर पिता को फक्र है. कड़ी सुरक्षा के बीच शव जब दरवाजे पर पहुंचा तो महिलाओं की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया. दरवाजे पर उमड़े लोगों की आंखें नम हो गयीं. गांव वाले पाकिस्तान मुर्दाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद और सन्तोष भैया अमर रहे का नारे लगा रहे थे.
शहीद संतोष यादव का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह रुद्रपुर पहुंचा. यहां शहीद के सम्मान में भारी जनसमूह उमड़ पड़ा था. इस दौरान लोग भारत माता का जयकारा लगाते रहे. वहीं, दूसरी ओर डीएम ने अपने मोबाइल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बात शहीद के पिता से करवायी. मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता से बात कर 50 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग देने की बात कही और ढांढस बंधाया.
जम्मू कश्मीर के सोफिया में तैनात सेना का जवान संतोष यादव आतंकी हमले में शहीद हो गए. वे देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के टड़वा गांव के मूल निवासी थे. घटना की सूचना मिलते ही शहीद के गांव में कोहराम मच गया और पूरे इलाके में जन सैलाब उमड़ पड़ा. शहीद की दो बेटियां हैं और पिता किसानी करते हैं.
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संतोष यादव की शहादत के बाद उनका शव सोमवार को पैतृक गांव टड़वा पहुंचा, जहां उनको अंतिम सलामी देने के लिए भारी संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा. डीएम आशुतोष निरंजन, एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र मातहतों के साथ शहीद के दरवाजे पर जमे रहे. बरहज में सरयू नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया. शहीद की पत्नी, मां और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं, पिता शेषनाथ यादव को अपने बेटे की शहादत पर नाज है. गांव वालों की मांग है कि शहीद के नाम सड़क स्टेडियम और परिवार की जीविका चलाने के लिए पेट्रोल पंप और सरकारी नौकरी दी जाय.
शहीद को रुद्रपुर के सतासी इंटर कॉलेज में एनसीसी कैडेट्स ने सलामी दी. इसके बाद विशाल तिरंगा यात्रा के साथ शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव मदनपुर के टड़वा गांव के बरईपार टोला के लिए रवाना हुआ. तिरंगा यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. इस दौरान लोग तिरंगा लहराते हुए शहीद संतोष यादव जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे.
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