देवरिया: भाटपाररानी में तीन दिन पूर्व गैंगरेप की शिकार हुई युवती आज भी दहशत में है. कड़ी सुरक्षा के बीच उसका इलाज जिला महिला अस्पताल में चल रहा है. घरवालों और पुलिस के सामने दरिंदो को याद कर रो रही है. वह कह रही है कि वह कहीं की नहीं रही. हालांकि चिकित्सकों का दावा है कि पहले से उसके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है. वहीं, विवेचक इंस्पेक्टर दानिश ने बुधवार को कोर्ट में कलमबंद बयान के लिए अर्जी दी है. अनुमति मिलने के बाद युवती के बयान दर्ज किए जाएंगे.
बिहार के बेतिया जिले की रहने वाली युवती तीन दिन पूर्व अपने दोस्त के साथ ट्रेन से बिहार जा रही थी. दोस्त से सफर के दौरान विवाद के बाद वह रविवार की रात देवरिया के भाटपाररानी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतर गई. रात में युवती को अकेला देखकर दो युवक मदद के बहाने रेलवे कैंपस के एक ढाबे में ले गए. वहां दोनों ने उसके साथ गैंगरेप किया. खून से लथपथ युवती रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह अचेत अवस्था में मिली थी.
स्टेशन मास्टर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती को भाटपाररानी सीएचसी में इलाज के बाद जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और एसपी डॉ. संकल्प शर्मा ने युवती से अस्पताल में मिलकर घटना की जानकारी ली. युवती ने बताया कि दोस्त से विवाद के बाद वह अपनी मौसी के घर बगहा जाने के लिए भाटपाररानी स्टेशन पर उतर गई थी.
एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि गैंगरेप का केस दर्ज कर आरोपी भाटपाररानी थाना के बड़का गांव निवासी रोहित गौड़ और बेलार पंडित गांव के दीपक जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. युवती के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है. अभी मानसिक रूप से युवती ठीक नहीं है. उसकी काउंसलिग कराई जा रही है.
वहीं, सीएमएस एचके मिश्र व डॉ. अल्पनारानी गुप्ता ने बताया कि पीड़िता की हालत में सुधार हो रहा है. उधर, भाटपाररानी थाने के विवेचक इंस्पेक्टर दानिश ने बताया कि कोर्ट में सुबह कलमबंद बयान के लिए आवेदन दिया गया है. अगर अनुमति मिली तो युवती का बयान दर्ज किया जाएगा. युवती बार-बार हैवानों की हैवानियत याद कर फफक कर रो रही है.
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