चित्रकूट: जिले के एक गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही युवकों द्वारा कुछ दिन पूर्व बंधक बनाकर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया था. इससे आहत किशोरी ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव उसके गांव लाया गया, जहां सूर्यास्त होने पर मृतका की अंत्येष्टि नहीं हो सकी थी. वहीं बुधवार सुबह से ही पुलिस बल मौके पर डटी हुई है. आने-जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है.
मंगलवार यानी 13 अक्टूबर सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद भारी पुलिस व्यवस्था के बीच किशोरी का शव उसके घर लाया गया. यहां सूर्यास्त होने पर किशोरी के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया. 14 अक्टूबर सुबह से ही अंतिम संस्कार के लिए मृतका के के घर लगातार जमावड़ा लगता जा रहा है.
वहीं इस मामले पर विपक्षी पार्टी के नेताओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले में लापरवाही बरती है. अगर पुलिस तत्परता से कार्रवाई करती तो लड़की आत्महत्या नहीं करती. वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.