चित्रकूट : लोकसभा चुनाव जैसे -जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे चित्रकूट में अपनी मांगों को ले कर ग्रामीणों का वोट बहिष्कार भी तेजी पकड़ता जा रहा है. लोग हाथों में तख्ती और बैनर पोस्टर लेकर वोट बहिष्कार का एलान कर रहे हैं. वहीं जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर गांव गांव जाकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने में लगे हैं.
कहीं पानी की समस्या के चलते लड़के कुंवारे हैं, तो कहीं रोड न होने की समस्या है. ग्रामीणों में शासन की ओर से पानी की समस्या को दूर न करने और प्रत्याशियों की वादाखिलाफी को ले कर आक्रोष बढ़ता जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने मतदान को ही अपना हथियार बना कर वोट बहिष्कार करने का मन बना लिया है. उनका कहना है कि ऊंचाडीह के प्रत्याशी पूर्व सांसद श्यामचरण गुप्ता ने पानी की समस्या को लेकर गांव में बांध बनवाने की बात कही थी. उन्होंने वादाखिलाफी की और आज तक बांध नहीं बंधवाया गया है.
वहीं पत्थरा मानी गांव के लोगों का कहना है कि हमारे गांव में कोई भी अपनी लड़की की शादी नहीं करता है. इसके चलते कई नौजवानों का विवाह नहीं हो सका है. अभी भी कई लोग कुंवारे ही हैं. वहीं पानी की इतनी विकराल समस्या है कि पढ़ने वाली छात्राओं को स्कूल छोड़ कर कई किलोमीटर दूर जा कर कुओं से पानी बरना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि तत्कालीन डीएम मोनिका रानी ने दो साल पहले ही ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात दिलाने का वादा किया था. इन्हीं वादाखिलाफियों और अपनी समस्याओं को ले कर यह लोग वोट बहिष्कार कर रहे हैं.
जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने बताया कि हम लोगों ने गांव का भ्रमण किया है. पानी का स्तर काफी नीचे जाने के चलते इस गांव में पानी की समस्या है. जल्द ही ग्रामीणों को इस समस्या से छुटकारा मिल जायेगा. उन्होंने गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को मतदान के लिए जागरुक कर रहे हैं. साथ ही उन्हें ईवीएम और वीवीपैट मशीन की कार्यप्रणाली और प्रयोग के तरीके समझाने का कार्य कर रहे हैं.