चित्रकूट: पद्म विभूषण से सम्मानित जगद्गुरु राम भद्राचार्य के उत्तराधिकारी जय मिश्रा पर अप्राकृतिक यौन शोषण का आरोप लगा है. चित्रकूट के तुलसीपीठ संस्थान के नाबालिग छात्र ने यह गंभीर आरोप लगाया है. अब जगद्गुरु राम भद्राचार्य ने मामले में अपना बयान दिया है. जगद्गुरु राम भद्राचार्य ने कहा कि उनके उत्तराधिकारी जय मिश्रा पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है. मामला बिल्कुल निराधार है. छात्र को मोहरा बनाकर विरोधी षड्यंत्र रच रहे हैं.
दरअसल, चित्रकूट के तुलसीपीठ संस्थान के नाबालिग छात्र ने जगद्गुरु राम भद्राचार्य के उत्तराधिकारी जय मिश्रा पर अप्राकृतिक यौन शोषण का आरोप लगाया है. पीड़ित छात्र ने घरवालों को आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए. पीड़ित छात्र के पिता की शिकायत पर 27 फरवरी को लालगंज थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि जय मिश्रा ने शिकायत करने पर छात्र को जान से मारने की धमकी भी दी थी.
जानकारी के अनुसार मूल रूप से जौनपुर जिले का रहने वाला नाबालिग छात्र पिछले 7 महीने से मध्य प्रदेश के चित्रकूट-सतना स्थित तुलसी पीठ कांच मंदिर जानकी कुंड में दीक्षा प्राप्त कर रहा है. नाबालिग छात्र यहां रहकर व्याकरण की शिक्षा भी हासिल कर रहा है. तुलसी पीठाधीश्वर महाराज श्री रामभद्राचार्य की श्रीमद् भागवत कथा का कार्यक्रम 8 फरवरी 2022 से 14 फरवरी 2022 तक जानकी कुंज दुर्गा मंदिर तेंदुई लालगंज मिर्जापुर पर हो रहा था.
तुलसी पीठाधीश्वर महाराज श्री रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास उर्फ जय मिश्रा ने नाबालिग छात्र को कार्यक्रम में अपने साथ ले गए थे. जय मिश्रा ने नाबालिग को 13 फरवरी की रात्रि में 10 बजे अपने कमरे में बुलाया और अर्धनग्न होकर तेल मालिश करने के लिए कहा. इतना ही नहीं जय मिश्रा उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा. मना करने पर जय मिश्रा ने नाबालिग के कपड़े उतार कर जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाया और मारपीट की. जय मिश्रा ने अपनी रिवाल्वर दिखाकर धमकाया कि यदि किसी को यह सब बताया तो गोली मार दूंगा.
कथा कार्यक्रम के समापन के बाद सभी लोग तुलसीपीठ चित्रकूट आ गए. घटना से डरे-सहमे नाबालिग ने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए. इसी को लेकर पीड़ित नाबालिग छात्र के पिता ने मिर्जापुर के लालगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने 8 अगस्त 2019 को भव्य तरीके से भारत के कई पीठों के पीठाधीश्वर और जगतगुरु कई मठ के महंत के सामने जय मिश्रा उर्फ आचार्य रामचंद्र दास को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. जिसके बाद आचार्य रामचंद्र दास कार्यक्रमों में हिस्सेदारी लेने लगे थे जहां देश के शीर्ष नेताओं के साथ भी उनकी फोटो दिखना आम हो गई थी. वहीं मिर्जापुर में मामला दर्ज होने के बाद नेताओं के साथ पहली खींची गई फोटो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है.
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