चित्रकूटः आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ( (RSS chief Mohan Bhagwat) सात दिवसीय दौरे में चित्रकूट पहुंचे हैं. आज सुबह 6 बजे से ही संघ समेत बीजेपी के बड़े नेता चित्रकूट के कर्वी रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे. आरएसएस प्रमुख यहां 8 जुलाई से शुरू हो रहे चिंतन शिविर में भाग लेंगे. साथ ही कहा जा रहा है कि यहीं से संघ प्रमुख यूपी के योगी सरकार के कामकाज की समीक्षा भी करेंगे.
बता दें कि आरएसएस (RSS) का पांच दिवसीय राष्ट्रीय चिंतन शिविर 8 जुलाई से चित्रकूट में होना है. संघ प्रमुख ने 2 दिन पहले से ही यहां पहुंच गए हैं. इस दौरान वह चित्रकूट के कई साधु संतों से भेंट करेंगे. मोहन भागवत का जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी से तुलसी पीठाधीश्वर आश्रम में मुलाकात का भी कार्यक्रम है. वह 13 जुलाई तक पंडित दीनदयाल शोध संस्थान आरोग्य धाम में ही रहेंगे.
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आरएसएस प्रमुख के साथ चिंतन शिविर में क्षेत्रीय प्रचारक और प्रांतीय प्रचारक भी शामिल होंगे. मोहन भागवत 9 और 10 जुलाई को क्षेत्रीय प्रचारकों के साथ बैठक करेंगे साथ ही 11 और 12 जुलाई को प्रांतीय प्रचारकों के साथ होगी बैठक, में 2022 के होने वाले चुनावो पर भी चर्चा हो सकती है. कहा जा रहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संघ प्रमुख यहां से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कामकाज का आंकलन करेंगे. इस दौरान वो उत्तर प्रदेश का मौजूदा मिजाज भी टटोलेंगे. बैठक को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता किये इंतेजाम किये गए हैं.
13 जुलाई को शाम पांच बजे दीनदयाल शोध संस्थान आरोग्य धाम से सतना रेलवे स्टेशन के लिए सड़क मार्ग से रवाना होंगे. उनके दौरे को लेकर यूपी और एमपी प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पूरे इंतजाम किए हैं.
भागवत के हालिया बयान पर गरमाई राजनीति
बता दें कि दो दिन पहले गाजियाबाद में भागवत राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा 'हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम' विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों में इस आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता कि उनका पूजा करने का तरीका क्या है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने रविवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को डर के इस चक्र में नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिंदू नहीं कह सकते.
आरएसएस चीफ के इस बयान के बाद देश में राजनीति गरम हो गई है. कांग्रेस के अलावा तमाम विपक्षी पार्टियों ने भागवत के बहाने बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं.